CG Election 2023: 'छत्तीसगढ़ में BJP कार्यकर्ताओं का किया जा रहा उत्पीड़न', केंद्रीय मंत्री का कांग्रेस पर गंभीर आरोप
CG Election 2023। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि आज हमने राज्य चुनाव आयोग के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। यदि हमारी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे।
एएनआई, रायपुर। CG Election 2023: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया आज छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। वे पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने राज्य चुनाव आयोग से भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की शिकायत की है।
राज्य चुनाव आयोग के सामने दर्ज कराई शिकायत
मनसुख मांडविया ने कहा कि आज हमने राज्य चुनाव आयोग के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। यदि हमारी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम चुनाव आयोग के पास जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ के लोग बिना किसी डर के मतदान करेंगे और अपनी सरकार चुनेंगे।
'भाजपा का झंडा लगे वाहनों को रोक रहे हैं अधिकारी'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमें कई जगहों से शिकायतें मिली हैं कि जिन वाहनों पर भाजपा का झंडा लगा है, उसे सरकारी अधिकारी रोक रहे हैं। लोकतंत्र में कोई भी किसी को भी वोट दे सकता है। किसी भी राजनीतिक दल के लिए प्रचार करना एक नागरिक का अधिकार है।
'भाजपा कार्यकर्ताओं को किया जा रहा प्रताड़ित'
केंद्रीय मंत्री ने राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। भाजपा नेताओं में भय पैदा करने के लिए उनकी हत्या करायी जा रही है। कई इलाकों में आदर्श आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि निष्पक्ष चुनाव हों।
छत्तीसगढ़ में कब वोट डाले जाएंगे?
छत्तीसगढ़ में 20 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान सात नवंबर को होगा। बाकी 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को अंबिकापुर से प्रत्याशी प्रत्याशी बनाया गया। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
कांग्रेस को 2018 में मिली थीं 68 सीटें
मतदान की तारीखों के एलान के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। इससे पहले, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 90 सीटों में से 68 सीटें जीतकर राज्य में सरकार का गठन किया गया था। भाजपा को महज 15 सीटें हासिल हुईं।