Chhattisgarh Election 2023: पहले चरण के होगा 223 प्रत्याशी के किस्मत का फैसला, इन सीटों पर होगा मतदान
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर नामांकन और नाम वापसी की प्रक्रिया होने के बाद अब 223 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जानकारी के मुताबिक राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक छह प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लिया है। पहले चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या 40 लाख 78 हजार 681 हैं।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Tue, 24 Oct 2023 02:17 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पहले चरण की 20 सीटों पर नामांकन और नाम वापसी की प्रक्रिया होने के बाद 30 प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान से दूरी बना ली है। इसके बाद अब 223 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की जानकारी के मुताबिक, राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक छह प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस लिया है।
इन सीटों पर होगा चुनाव
विधानसभा निर्वाचन 2023 अंतर्गत प्रथम चरण में अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13, भानुप्रतापपुर में 14, कांकेर में नौ, केशकाल में 10, कोंडागांव में आठ, नारायणपुर में आठ, बस्तर में आठ, जगदलपुर में 11, चित्रकोट में सात, दंतेवाड़ा में सात, बीजापुर में आठ, कोंटा में आठ, खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 10, राजनांदगांव में 29, डोंगरगांव में 12, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में नौ, कवर्धा में 16 तथा पंडरिया में 14 प्रत्याशी शेष बचे हैं।
40 लाख से अधिक मतदान तय करेंगे किस्मत
पहले चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या 40 लाख 78 हजार 681 हैं, जिसमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष, 20 लाख 84 हजार 675 महिलाएं तथा 69 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल पांच हजार 304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।विरोध के बीच फंसी कांग्रेस और भाजपा
चुनावी रण में कांग्रेस और भाजपा के लिए चिंता थोड़ी बढ़ गई है। दरअसल, कांग्रेस ने सभी 90 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, जिसके बाद कुछ सदस्यों में रोष है। माना जा रहा है कि कुछ प्रत्याशी नामांकन फॉर्म खरीदकर निर्दलीय ही मैदान में उतरने वाले हैं।
वहीं, भाजपा ने 90 में से 86 प्रत्याशियों का नाम जारी कर दिया है, जिससे कुछ सीटों पर असंतोष की लहर है। हालांकि, दावा किया जा रहा है कि पार्टी अपने रूठे सहयोगियों को मनाने में कामयाब होगी।
काटे गए विधायकों के टिकट
इस बार कांग्रेस ने अपने 22 विधायकों का टिकट काटा है, तो वहीं भाजपा ने 13 में से मात्र विधायक को चुनाव मैदान से बाहर किया है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में राजनीतिक समीकरण में थोड़ा उथल-पुथल देखने को मिलेगा, क्योंकि कई जिलों में बगावत से सुर फूटने लगे हैं।