छत्तीसगढ़ में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव समेत कांग्रेस के नौ मंत्री हारे, रमन सिंह कैबिनेट के 11 सहयोगी जीते
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के जनादेश ने रविवार को अगली सरकार की तस्वीर साफ कर दी है। पांच वर्ष के वनवास के बाद एक बार फिर भाजपा के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। भाजपा ने प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 56 में बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए ऐतिहासिक बढ़त दर्ज की है।
राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के जनादेश ने रविवार को अगली सरकार की तस्वीर साफ कर दी है। पांच वर्ष के वनवास के बाद एक बार फिर भाजपा के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। भाजपा ने प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 56 में बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए ऐतिहासिक बढ़त दर्ज की है।
वहीं, कांग्रेस 36 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जो कि बहुमत के आंकड़े से 10 सीट कम है। भूपेश बघेल के कैबिनेट के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव समेत नौ मंत्री चुनाव हार चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज और विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम भी चुनाव हार गए हैं। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह समेत उनके मंत्रीमंडल के 16 पूर्व मंत्रियों में 11 चुनाव जीत गए हैं।
सरगुजा में हाथ साफ, बस्तर में भी खिला कमल
सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। पिछली बार यहां सभी सीटों पर कांग्रेस चुनाव जीती थी। बस्तर संभाग की 12 में से आठ सीटों पर भाजपा और चार पर कांग्रेस की जीत हुई है। पिछली बार यहां 11 सीटों पर कांग्रेस और एक सीट भाजपा ने जीती थी, जबकि उप चुनाव के बाद सभी 12 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा हो गया था।
बिलासपुर संभाग की 25 सीटों में 13 में भाजपा
बिलासपुर संभाग की 25 सीटों में 13 में भाजपा और 11 में कांग्रेस, एक सीट पर बसपा और एक सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी बढ़त दर्ज कर ली है। पिछली बार यहां कांग्रेस को 13, भाजपा को सात, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा को दो-दो सीट मिली थी।
रायपुर संभाग की 19 सीटों में भाजपा को 11 और कांग्रेस को आठ सीट मिली है। पिछली बार भाजपा को पांच, कांग्रेस को 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को एक सीट हासिल हुई थी। दुर्ग संभाग की 20 सीटों में कांग्रेस-भाजपा को 10-10 सीटों पर बढ़त है। पिछली बार इस संभाग में कांग्रेस को 18 और भाजपा को केवल दो सीट मिली थी।