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Chhattisgarh CM : तय नहीं हो पाया छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का नाम

chhattisgarh new chief minister : आधे घंटे तक चली राहुल के साथ बैठक, खडगे ने सौंपी रिपोर्ट, सिंहदेव समेत दूसरे दिग्गज नेताओं से और बात करेंगे राहुल।

By Sandeep ChoureyEdited By: Updated: Fri, 14 Dec 2018 06:54 AM (IST)
Chhattisgarh CM : तय नहीं हो पाया छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का नाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नया मुख्यमंत्री कौन होगा इस सवाल का जवाब गुस्र्वार को भी नहीं मिल पाया। देर शाम केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खडगे, प्रदेश कांग्रेा के प्रभारी पीएल पुनिया पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। यह मुलाकात करीब आधे घंटे ही चली।

बैठक के बाद खडगे ने कहा-हमने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ के विधायकों की रिपोर्ट सौंप दी है। मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा नहीं हो पाई। शुक्रवार को राहुल गांधी के साथ फिर बैठक होगी। इस बीच शाम को मुख्यमंत्री पद के एक दावेदार टीएस सिंहदेव को दिल्ली से बुलावा आ गया।

सिंहदेव शुक्रवार सुबह दिल्ली रवाना होंगे। बताया गया है कि मुख्यमंत्री और मंत्री बनने की आस लगाए अन्य दिग्गज नेता भी दिल्ली जा रहे हैं। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के नेताओं के साथ बैठकर राहुल मुख्यमंत्री का फैसला करेंगे। गुरुवार को राहुल गांधी दिनभर राजस्थान और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का मामला सुलझाते रहे। माना जा रहा है कि इसी वजह से छत्तीसगढ़ का फैसला कल पर टाल दिया गया है।

नेताओं के बंगले के बाहर समर्थकों की भीड़
दिल्ली में कुछ तय भले ही नहीं हो पाया लेकिन छत्तीसगढ़ में पल-पल समीकरण बदलते रहे। कभी भूपेश बघेल का नाम तो कभी सिंहदेव का नाम मुख्यमंत्री के तौर पर उछाला जाता रहा। दोनों नेताओं के घर उनके समर्थकों का तांता लगा रहा। समर्थकों का उत्साह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है।

दिनभर रह रहकर भूपेश भैया जिंदाबाद, टीएस बाबा जिंदाबाद के नारे लगते रहे। सरकार बनने से पहले ही जमकर आतिशबाजी भी हुई। इसी उत्साह में भूपेश के बंगले में उन्हीं के दो समर्थक आपस में भिड़ गए। लात घूंसे चलने की नौबत आई तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया और दोनों को बंगले से बाहर किया।

दिल्ली से रायपुर तक गहमा गहमी
कौन होगा मुख्यमंत्री इस सवाल को लेकर गुरूवार को दिल्ली से रायपुर तक गहमा गहमी रही। मल्लिकार्जुन खडगे बुधवार रात भर रायपुर के होटल में विधायकों से रायशुमारी करते रहे। गुरुवार सुबह 11 बजे खडगे, पीएल पुनिया और कांग्रेस विधायक ताम्रध्वज साहू दिल्ली रवाना हुए।

खडगे होटल से बाहर निकले तो सिंहदेव और भूपेश के समर्थकों ने अपने नेताओं के पक्ष में जमकर नारेबाजी की। खडगे को पहले राहुल से चार बजे मिलने का समय दिया गया था लेकिन राजस्थान और मध्यप्रदेश की बैठक देर तक चलती रही इसलिए छत्तीसगढ़ का नंबर बहुत देर से आया।

भूपेश-सिंहदेव घर से निकले लेकिन समर्थक डटे रहे
गुरुवार सुबह खडगे के जाने के बाद भूपेश बघेल होटल से निकले और कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पहुंचे। वहां उन्होंने महामंत्री गिरीश देवांगन, शैलेष नितिन त्रिवेदी, राजेश तिवारी और कुछ विधायकों से अलग से बैठक की। इसके बाद वे अपने घर रवाना हो गए। वहां से कुछ ही देर बाद वे भिलाई के लिए निकल गए। इधर सिंहदेव पहले अपने बंगले पहुंचे। दिनभर लोगों से मिलते-जुलते रहे।

चार बजे वे बंगले से निकलकर राजकुमार कालेज के अपने ठिकाने पर पहुंच गए। दोनों नेता एकांत में बैठकर अपने भाग्य के बदलने का इंतजार करते रहे लेकिन समर्थक उनके बंगलों के आगे से हटे नहीं। देर रात तक हजारों समर्थकों का हुजूम जुटा रहा। सिंहदेव के बंगले के सामने सरगुजा से पहुंचे हजारों समर्थक नारेबाजी करते रहे। भूपेश के बंगले में रह-रहकर फटाके फूटते रहे।

अफसरों ने भी डाला डेरा
पिछली सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे अफसर भी कार्यकर्ताओं की भीड़ के बीच दोनों नेताओं के बंगलों के बाहर देखे गए। पुलिस ने भूपेश और सिंहदेव दोनों के बंगलों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। मेटल डिटेक्टर लगा दिए गए हैं और बिना जांच के किसी को भी भीतर घुसने की इजाजत नहीं है।

दिनभर भीड़ उमड़ती रही और पुलिस उसे संभालने में परेशान रही। गुलदस्ते लेकर पहुंचे लोग इंतजार करते रहे कि कब अपने नेता को गुलदस्ता देकर बधाई दें लेकिन इंतजार इतना लंबा हुआ कि उनके गुलदस्ते सूख गए। दोनों नेताओं के बंगलों के बाहर लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है।