छत्तीसगढ़ः ईवीएम को उलटा किया तो नोटा पर पड़ने लगा वोट, कांग्रेस नेता ने बताया 'इलाज'
कांग्रेस नेता अकबर ने बेहद दिलचस्प व गंभीर अंदाज में बताया कि ईवीएम का उलटापन कैसे दूर किया जाना चाहिए।
By Vikas JangraEdited By: Updated: Fri, 31 Aug 2018 11:54 PM (IST)
रायपुर [नईदुनिया]। कांग्रेस नेता मुहम्मद अकबर ने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत की मौजूदगी में बताया कि वोटिंग के दौरान मतदान केंद्र में ईवीएम मशीन कैसे रखी जानी चाहिए। उन्होंने बेहद दिलचस्प व गंभीर अंदाज में बताया कि ईवीएम का उलटापन कैसे दूर किया जाना चाहिए।
अकबर ने बताया कि ईवीएम को उलटा करने से नोटा को वोट पड़ने लगे और कई सीटों पर जीत-हार प्रभावित हो गई। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस डिमांस्ट्रेशन को गंभीरता से लिया और भरोसा दिलाया है कि उनकी शिकायतों की जांच कराई जाएगी।
अकबर ने बताया कि ईवीएम को उलटा करने से नोटा को वोट पड़ने लगे और कई सीटों पर जीत-हार प्रभावित हो गई। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस डिमांस्ट्रेशन को गंभीरता से लिया और भरोसा दिलाया है कि उनकी शिकायतों की जांच कराई जाएगी।
अकबर ने पिछले विधानसभा चुनाव में हुई ईवीएम की गड़बड़ी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2013 के विधानसभा चुनाव में कवर्धा के मतदान केंद्रों में साजिशपूर्वक ईवीएम मशीनों को उलटा करके रखा गया था। इससे प्रत्याशियों के नाम का क्रम बदल गया और परिणाम पर असर पड़ा।
अकबर ने रावत को बताया कि ईवीएम मशीन में प्रत्याशियों के नाम के क्रम के मुताबिक नाम व चुनाव चिन्ह संयोजित होते हैं। सबसे पहले ए अक्षर वाले प्रत्याशी का नाम होता है। उसके बाद अल्फाबेट के क्रम में अन्य प्रत्याशियों का नाम होता है।
सबसे अंत में नोटा का चिन्ह होता है। ईवीएम मशीन को उलटा करके रखने से अकबर का नाम सबसे नीचे चला गया, नोटा का बटन सबसे ऊपर आ गया। इस गड़बड़ी को कवर्धा जिले के हजारों मतदाता समझ नहीं पाए। उन्होंने प्रत्याशी अकबर की जगह नोटा का बटन दबा दिया। इससे साढ़े नौ हजार वोट नोटा में चले गए। अकबर ने बताया कि उनको चुनाव में सिर्फ ढाई हजार वोट से हार मिली थी।
अकबर ने रावत को बताया कि ईवीएम मशीन में प्रत्याशियों के नाम के क्रम के मुताबिक नाम व चुनाव चिन्ह संयोजित होते हैं। सबसे पहले ए अक्षर वाले प्रत्याशी का नाम होता है। उसके बाद अल्फाबेट के क्रम में अन्य प्रत्याशियों का नाम होता है।
सबसे अंत में नोटा का चिन्ह होता है। ईवीएम मशीन को उलटा करके रखने से अकबर का नाम सबसे नीचे चला गया, नोटा का बटन सबसे ऊपर आ गया। इस गड़बड़ी को कवर्धा जिले के हजारों मतदाता समझ नहीं पाए। उन्होंने प्रत्याशी अकबर की जगह नोटा का बटन दबा दिया। इससे साढ़े नौ हजार वोट नोटा में चले गए। अकबर ने बताया कि उनको चुनाव में सिर्फ ढाई हजार वोट से हार मिली थी।