Move to Jagran APP

'गांधी परिवार को गाली देते रहते हैं PM मोदी', सुकमा में खरगे बोले- 40 साल से कोई किसी भी पद पर नहीं

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह गांधी परिवार को गाली देते रहते हैं। क्या राहुल गांधी कभी प्रधानमंत्री रहे हैं? उन्होंने कहा कि पिछले 40 साल से गांधी परिवार के घर से कोई भी किसी पद पर नहीं है कोई मंत्री नहीं कोई मुख्यमंत्री नहीं कोई केंद्रीय मंत्री नहीं और कोई प्रधानमंत्री नहीं।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 01 Nov 2023 04:15 PM (IST)
Hero Image
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (फोटो: @INCIndia)
एएनआई, सुकमा। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को सुकमा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह गांधी परिवार को गाली देते रहते हैं। क्या राहुल गांधी कभी प्रधानमंत्री रहे हैं? क्या प्रियंका गांधी वाड्रा कभी प्रधानमंत्री रही हैं? क्या सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद स्वीकार किया? राजीव गांधी जी के बाद उस घर के लोग कोई प्रधानमंत्री नहीं बने।

क्या कुछ बोले मल्लिकार्जुन खरगे?

उन्होंने कहा कि पिछले 40 साल से गांधी परिवार के घर से कोई भी किसी पद पर नहीं है, कोई मंत्री नहीं, कोई मुख्यमंत्री नहीं, कोई केंद्रीय मंत्री नहीं और कोई प्रधानमंत्री नहीं। ऐसे लोगों को वह (प्रधानमंत्री मोदी) रोज उठकर गाली देते हैं।

खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते हैं कि गरीबों के हाथों में सत्ता आए। वह अपने आप कहते रहते हैं कि वह गरीब थे और मेरा प्रधानमंत्री बनना किसी को सहन नहीं हो रहा। वह इस तरह का भाषण देते रहते हैं। क्या भूपेष बघेल ने कभी कहा कि वे पिछड़ा वर्ग से हैं? क्या उन्होंने कहा कि भाजपा वाले उन्हें सहन नहीं कर रहे। उन्होंने कभी इस तरह का कोई बयान नहीं दिया।

यह भी पढ़ें: 'भाजपा महंगाई बढ़ाती है, हम कम करते हैं', बस्तर में CM बघेल ने बीजेपी पर साधा निशाना

क्या PM पद का चेहरा हैं खरगे?

समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए के प्रधानमंत्री पद से जुड़े सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि चुनकर आने के बाद सभी साथ बैठेंगे और निर्णय लेंगे।

यह भी पढ़ें: बस्तर में गहरी होती जा रहीं लोकतंत्र की जड़ें, लगातार बढ़ रहा है मतदान प्रतिशत