DTC के बेड़े में शामिल हुईं 100 नई क्लस्टर बसें, सीएम केजरीवाल ने दिखाई हरी झंडी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को राजघाट डिपो से डीटीसी की 100 क्लस्टर बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार दोपहर राजघाट डिपो से 100 नई बसों को रवाना किया। इन सभी बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस समेत अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस दौरान परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 25 अक्टूबर को भी 104 नई बसों को द्वारका सेक्टर 22 डिपो से 100 एवं 7 नवंबर को राजघाट डिपो से 100 नई बसों को रवाना किया था। इस तरह पिछले चार माह में 329 नई बसें शामिल हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत खुशी का दिन है कि आज से 100 बसें दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। पिछले कुछ माह में काफी बसें दिल्ली की सड़कों पर आई हैं। आने वाले समय में और भी बसें आएंगी। जिस तरह से दिल्ली को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए पूरी दुनिया में पहचाना जा रहा है, उसी तरह परिवहन व्यवस्था भी अति आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की बनेगी। आने वाले समय में दिल्ली के लोगों को भी अपनी परिवहन व्यवस्था पर गर्व होगा।
एक हजार बसों से ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था होगी सुदृढ
एक हजार नई बसें दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था को ठीक कर देंगी। यह क्षेत्र अब तक बसों की कमी का सामना कर रहे थे। मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और ट्रैफिक इंटरचेंज हब के लिए कश्मीरी गेट, आनंद विहार टर्मिनल और सराय काले खां में मेट्रो स्टेशनों, कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले अतिरिक्त मार्गो को इन बसों द्वारा सेवा दी जाएगी।
इस तरह की हैं सुविधाएं
ऑरेंज कलर की ये नई बसें 37 सीटों वाली हैं। सभी बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट है जिससे दिव्यांग जनों को बस में सवार होने में मदद मिलेगी। इसके अलावा हर साइड में 7-7 पैनिक बटन हैं। साथ ही तीन सीसीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने भइया दूज से डीटीसी की बसों में सभी महिलाओं के लिए यात्रा मुफ्त कर दी है। इसका फायदा एनसीआर की महिलाओं को भी मिल रहा है। बस में सफर करने वाली महिलाओं को पिंक रंग का टिकट लेना होता है जोकि उन्हें मुफ्त में मिलता है। इस टिकट से वह दिल्ली-एनसीआर में बिना पैसे खर्च किए यात्रा कर रही हैं। मुफ्त में सफर होने की वजह से बसो में महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ भी रही है। ऐसे में नई बसों के शामिल होने से उन्हें भी काफी राहत मिलेगी।