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free Ride to Women in DTC Buses: केजरीवाल बने बस यात्री, 'मुफ्त सफर' पर जानी महिलाओं के 'मन की बात'

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2019 जीतने की कड़ी में महिलाओं के लिए डीटीसी बसों में मुफ्त सफर के दूसरे दिन खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने जायजा लिया।

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 31 Oct 2019 12:34 AM (IST)
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free Ride to Women in DTC Buses: केजरीवाल बने बस यात्री, 'मुफ्त सफर' पर जानी महिलाओं के 'मन की बात'

नई दिल्ली, एएनआइ। Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2019 जीतने की कड़ी में महिलाओं के लिए डीटीसी बसों में मुफ्त सफर के दूसरे दिन खुद सीएम अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने जायजा लिया।

बुधवार को बस में सफर कर रही महिलाओं के बीच पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा कि कामकाजी महिला की संख्या महज 11 फीसद है। ऐसे में महिलाओं के बसों में मुफ्त सफर की योजना से इसमें इजाफा होगा। यह प्रयोग महिलाओं के सफर को भी आसान बनाएगा।

वहीं, इस मौके पर आम आदमी पार्टी (Aam aadmi Party) मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इस योजना की आलोचन करने पर विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि महिलाओं के लिए शुरू की गई इस योजना की विपक्ष द्वारा आलोचना की जा रही है, जबकि अच्छे कामों को सराहा जाना चाहिए।

गौरतलब है कि भाई दूज के मौके पर मंगलवार को दिल्ली सरकार ने महिलाओं को डीटीसी बसों में मुफ्त सफर का तोहफा दिया है। सरकार के इस फैसले से महिलाओं ने खुशी जाहिर की। त्योहार के दिन कई महिलाएं जब अपने भाई के घर जाने के लिए घरों से निकली तो उन्हें पता चला कि अब से उन्हें बसों में यात्रा करने के लिए कोई किराया नहीं देना पड़ेगा। दिल्ली सरकार के इस फैसले की खुशी बस से यात्र करने वाली तमाम महिलाओं के चेहरों पर साफ दिख रही थी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा कि आज (मंगलवार) सुबह से दिल्ली में महिलाओं की बस यात्रा मुफ्त हो गई है। महिला सुरक्षा, सशक्तीकरण और अर्थव्यवस्था में महिलाओं की हिस्सेदारी को बढ़ाने की ओर ये एक ऐतिहासिक कदम है। एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिंक टिकट दिल्ली परिवार की सभी बहनों के लिए भाई दूज का तोहफा है। आप सुरक्षित रहें, खूब तरक्की करें। महिलाएं आगे बढ़ेंगी, तभी देश आगे बढ़ेगा।

केजरीवाल ने कहा कि देश में महिलाओं को बराबरी के अवसर नहीं मिलते हैं। जब भी उन्हें बराबर का अवसर मिला, तो उन्होंने कमाल कर दिखाया फिर चाहे खेल की दुनिया हो, पढ़ाई की दुनिया हो, अंतरिक्ष की बात हो या कारोबार की दुनिया हो।

पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को कम दिया जाता है वेतन

मुख्यमंत्री ने कहा दिल्ली में कामकाजी लोगों में सिर्फ 11 फीसद ही महिलाएं हैं, 89 फीसद पुरुष हैं। इसका मतलब उन्हें बराबरी के अवसर नहीं मिल रहे हैं। दिल्ली मेट्रो में रोजाना सफर करने वाली सिर्फ 30 फीसद महिलाएं हैं। इसके अलावा बस में रोजाना सफर करने वालों में भी महिलाएं महज 30 फीसद हैं। इससे साफ है महिलाओं को बराबरी के अवसर नहीं मिलते। अगर कहीं पर एक फैक्ट्री हो या कोई जगह हो, वहां नौकरी पर रखा जाए तो महिलाओं को कम पैसे दिए जाते हैं, पुरुषों को अधिक पैसे दिए जाते हैं।

महिलाओं को बराबरी के अवसर मुहैया कराने में मिलेगी मदद

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे समाज में कुछ लोग कोख में बच्चा पता करते हैं। अगर उन्हें पता चल जाए कि लड़की है तो गर्भपात करा लेते हैं। उन्होंने कहा कि मैं कई लोगों को जानता हूं जिनकी बेटी का कॉलेज या स्कूल दूर है वह आने-जाने का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं जाहिर है इस वजह से उनकी पढ़ाई रुक जाती है। आज यह कदम हम उठा रहे हैं, जिससे ऐसी सभी बहनों, बेटियों को मौका मिलेगा। उनकी पढ़ाई अब नहीं छूटेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी बहन को दूर नौकरी करने जाना है तो उसे यह नहीं सोचना पड़ेगा कि कितना किराया लगेगा। दिल्ली की सरकार ने आपका किराया मुफ्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। वह कहते हैं कि केजरीवाल सब कुछ मुफ्त कर रहे हैं।

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