Assembly Election Result 2023: AAP की मुफ्त योजनाओं का नहीं दिखा असर, ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत जब्त
तीन राज्यों में हार पर आप ने कहा है कि हम लोगों की इच्छा के आगे झुकते हैं और तीन राज्यों में जीत के लिए भाजपा को बधाई देते हैं। उम्मीद है कि भाजपा अपने वादे पर खरी उतरेगी और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना आवास योजना के तहत घर उपलब्ध कराएगी। पार्टी ने तेलंगाना में शानदार जीत के लिए कांग्रेस को भी बधाई दी है।
वीके शुक्ला, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की मुफ्त वाली योजनाओं का छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व राजस्थान में विधानसभा चुनावों में कोई असर नहीं दिखा। पार्टी को एक प्रतिशत से भी कम मत मिले हैं। उसके ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। कई सीटों पर उसे नोटा से भी कम वोट मिले हैं। राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद आप की यह पहली हार है।
26 नवंबर, 2012 को बनी आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल इन दिनों घरेलू मोर्चे पर कड़ी लड़ाई का सामना कर रहे हैं। उनके नेता मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन व संजय सिंह जेल में हैं, तो स्वयं उनके भी जेल जाने की संभावना जताई जा रही है।
दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद केजरीवाल हिंदी बेल्ट के तीनों राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कोशिश में लगे थे। मध्य प्रदेश में आप ने 70, राजस्थान में 88 और छत्तीसगढ़ में 57 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।
केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कई रैलियां और रोड शो किए थे। केजरीवाल ने दिल्ली-पंजाब की तरह इन राज्यों में भी मुफ्त बिजली-पानी और शिक्षा का वादा किया था। कई रैलियों और रोड शो के बावजूद आप को कोई फायदा नहीं मिला। चुनाव आयोग के मुताबिक आप को छत्तीसगढ़ में 0.93, मध्य प्रदेश में 0.51 और राजस्थान में 0.38 प्रतिशत वोट मिला है।
आप को 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से भी इस बार कम वोट मिले हैं। आप उस समय 230 में से 208 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। पार्टी को 0.66 प्रतिशत मत मिले थे। 2022 में हुए गुजरात, गोवा और हिमाचल विधानसभा चुनाव में भी इससे बेहतर मत प्रतिशत मिला है।
हिमाचल विधानसभा चुनाव में आप को 1.1 प्रतिशत मत, गोवा में आप को 6.77 प्रतिशत मत और गुजरात में 12.92 प्रतिशत मत मिला था।पार्टी के गठन के बाद आप दिल्ली में 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव बुरी तरह हारी है। पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव देश की 400 सीटों पर लड़ा था। केजरीवाल वाराणसी से नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े।
इसके नतीजे अच्छे नहीं रहे। आप के हाथ कुछ नहीं लगा। दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली। आप सिर्फ पंजाब में चार सीटों पर जीत दर्ज कर सकी थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से आप को झटका लगा था, जब भाजपा ने फिर से दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें जीत ली थीं।
इस चुनाव में आप को पंजाब में केवल एक सीट ही मिल सकी थी। इससे अलग आप ने दिल्ली और पंजाब विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन भी किया है। वर्तमान में पार्टी के पास पूरे देश में 161 विधायक हैं। इसमें 62 विधायक दिल्ली, 92 विधायक पंजाब, दो विधायक गोवा, 5 विधायक गुजरात में हैं। 10 राज्यसभा सदस्य हैं।
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आप ने भाजपा को दी बधाई
तीन राज्यों में हार पर आप ने कहा है कि हम लोगों की इच्छा के आगे झुकते हैं और तीन राज्यों में जीत के लिए भाजपा को बधाई देते हैं। उम्मीद है कि भाजपा अपने वादे पर खरी उतरेगी और 'मुख्यमंत्री लाड़ली बहना आवास योजना' के तहत घर उपलब्ध कराएगी। पार्टी ने तेलंगाना में शानदार जीत के लिए कांग्रेस को भी बधाई दी है।