By Election 2024: पांच राज्यों की 15 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर आज हो रहा उपचुनाव, दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
चार राज्यों उत्तर प्रदेश पंजाब केरल और उत्तराखंड की 15 विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव हो रहा है। इसी के साथ ही महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन के बाद खाली हुई थी। सांसद बनने के सिर्फ दो महीने बाद ही उनका देहांत हो गया था। वहीं कांग्रस ने उनके बेटे रवींद्र चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है
जागरण डेस्क, नई दिल्ली। आज देश में दो राज्यों में विधानसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव के लिए भी वोट डाले जाएंगे। पांच राज्यों की 15 विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए मतदाता अपना नेता चुनेंगे। चार राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और उत्तराखंड की 15 विधानसभा सीटों पर आज उपचुनाव हो रहा है। हालांकि, उपचुनाव के नतीजों का संबंधित विधानसभाओं पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा। वहीं, महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है।
यूपी की कई विधानसभा सीटों पर हो रहा उपचुनाव
उत्तर प्रदेश में कटेहरी, करहल, मीरापुर, गाजियाबाद, मझावां, सीसामऊ, खैर, फूलपुर और कुंदरकी में मतदान होगा। इन सीटों पर नब्बे उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें सबसे ज्यादा गाजियाबाद में 14 उम्मीदवार हैं। लोकसभा चुनाव के बाद राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में यह इंडिया ब्लॉक के साथ-साथ एनडीए की पहली चुनावी परीक्षा होगी।
2022 के विधानसभा चुनाव में सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुन्दरकी सीटें सपा ने जीतीं, जबकि फूलपुर, गाजियाबाद, मझावन और खैर भाजपा ने जीतीं थी, मीरापुर सीट भाजपा की सहयोगी आरएलडी ने जीती थी। इस बार के यूपी उपचुनाव में सीएम योगी की प्रतिष्ठा दांव पर है क्योंकि अलीगढ़ के खैर में योगी ने कई रैलियां की हैं।
पंजाब में चार विधानसभा सीटों हो रहा उपचुनाव
पंजाब में चार विधानसभा सीटों - गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल (एससी) और बरनाला पर भी उपचुनाव हो रहे हैं। इन सीटों का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक लोकसभा के लिए चुने गए जिसके बाद इन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। चार विधानसभा क्षेत्रों में से, गिद्दड़बाहा, डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल पहले कांग्रेस के पास थे, और बरनाला सीट आप पार्टी के पास थी।
केरल और उत्तराखंड में हो रहा उपचुनाव
केरल की पलक्कड़ सीट और उत्तराखंड की केदारनाथ सीट पर भी मतदान हो रहा है। पलक्कड़ में उपचुनाव की आवश्यकता तब हुई जब निर्वाचन क्षेत्र के कांग्रेस विधायक शफी परम्बिल वडकारा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए।केदारनाथ सीट जुलाई में मौजूदा भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हो गई थी। दोनों उम्मीदवार, भाजपा की आशा नौटियाल और कांग्रेस के मनोज रावत, अतीत में केदारनाथ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
नौटियाल ने 2002 और 2007 में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी। शैला रानी रावत ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर यहां जीत हासिल की थी। उन्होंने 2017 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में सीट से चुनाव लड़ा और मनोज रावत से हार गईं। हालाँकि, उन्होंने 2022 में रावत से सीट छीन ली।