Jammu Kashmir Election: 'पहली बार एक ध्वज, एक संविधान के दायरे में हो रहे चुनाव', घाटी में जमकर बरसे अमित शाह
जम्मू में शनिवार को भाजपा विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में अमित शाह ने स्पष्ट किया कि न 370 लौटेगा न स्वायत्तता बहाल होगी। वर्षों बाद अमरनाथ यात्रा भय मुक्त वातावरण में हुई है। इसी वर्ष करीब पांच लाख 12 हजार श्रद्धालु श्री अमरनाथ धाम पहुंचे। 70 वर्ष तक हक के लिए लड़ते आए दलितों और गुज्जर-बक्करवालों को आरक्षण नहीं मिला लेकिन अब मोदी जी वह सब दे रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार एक ध्वज, एक संविधान के तहत चुनाव हो रहे हैं। मगर कांग्रेस और उसके सहयोगी दल फिर से लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। जिस स्वायत्तता के नारे ने जम्मू-कश्मीर को तीन दशक तक सुलगाया और 40 हजार लोगों की जान गई। यह लोग फिर से प्रदेश को उसी आतंकी हिंसा की आग में धकेलना चाहते हैं।
आगे बोले कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद-370 से मुक्त कराया। ऐसे में यह चुनाव ऐतिहासिक है। पहले की सरकारें कश्मीर में 10 प्रतिशत मतदान पर भी खुशियां मनाती थीं, मगर 2024 के लोस चुनाव में कश्मीर में रिकार्ड 58.46 प्रतिशत मतदान हुआ।
जम्मू में शनिवार को भाजपा विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में शाह ने स्पष्ट किया कि न 370 लौटेगा, न स्वायत्तता बहाल होगी। वर्षों बाद अमरनाथ यात्रा भय मुक्त वातावरण में हुई है। इसी वर्ष करीब पांच लाख 12 हजार श्रद्धालु श्री अमरनाथ धाम पहुंचे। 70 वर्ष तक हक के लिए लड़ते आए दलितों और गुज्जर-बक्करवालों को आरक्षण नहीं मिला, लेकिन अब मोदी जी वह सब दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक पूर्ण शांति बहाल नहीं होगी, पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी।
राहुल गांधी के दावे पर उठाया सवाल
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के राहुल गांधी के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि वह कैसे राज्य का दर्जा बहाल कर सकते हैं। यह काम सिर्फ केंद्र सरकार ही कर सकती है।
शंकराचार्य पर्वत का नाम बदलने में लगी नेकां
गृह मंत्री ने नेकां पर शंकराचार्य पर्वत का नाम तख्त-ए-सुलेमान करने का आरोप लगाते हुए कहा हम ऐसा नहीं होने देंगे। कहा कि वर्ष 1947 में जम्मू-कश्मीर को भारत में मिलाने वाले महाराजा हरि ¨सह को नेकां ने कश्मीर छोड़ने को मजबूर किया। आजादी के बाद वह राज्य से बाहर ही रहे और उनकी अस्थियां ही यहां आईं।क्रास एलओसी ट्रेड का पैसा आतंकियों को पहुंचाया
अमित शाह ने क्रास एलओसी ट्रेड पर पीडीपी को लताड़ते हुए कहा कि इसकी कमाई आतंकियों और उनके संरक्षकों की जेब में जाती थी। उन्होंने बिना नाम लिए डा. फारूक अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां ऐसे भी लोग थे जो शांति होने पर मंत्री बन जाते थे और ¨हसा बढ़ते ही दिल्ली में जा बैठते थे।