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Jharkhand Assembly Election 2019: JMM का बदलाव यात्रा, रघुवर सरकार पर हमला बोल हेमंत ने कोयलांचल में फूंका चुनावी बिगुल

JMM के कार्यकारी अध्क्ष हेमंत सोरेन बदलाव यात्रा के क्रम में बुधवार को धनबाद पहुंचे। उन्होंने जिला परिषद मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया।

By MritunjayEdited By: Updated: Wed, 04 Sep 2019 03:38 PM (IST)
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Jharkhand Assembly Election 2019: JMM का बदलाव यात्रा, रघुवर सरकार पर हमला बोल हेमंत ने कोयलांचल में फूंका चुनावी बिगुल
धनबाद, जेएनएन। विधानसभा चुनाव जीतकर झारखंड की सत्ता तक पहुंचने के लिए बदलाव यात्रा पर निकले झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन बुधवार को धनबाद पहुंचे। सोरेन ने 26 अगस्त को संताल के बरहेट से बदलाव यात्रा का शुभारंभ किया था। प्रथम चरण में उन्होंने संताल के सभी छह जिले साहिबगंज, दुमका, देवघर, गोड्डा, पाकुड़ और जामताड़ा की यात्रा की। दूसरे चरण में वह झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के जिलों का दाैरा कर रहे हैं। इस चरण का शुभारंभ 3 सितंबर को बोकारो में हुआ था। बोकारो के बाद सोरेन धनबाद पड़ाव पर हैं।
धनबाद के जिला परिषद मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने रघुवर सरकार पर तंज कसा। कहा कि सरकार की योजनाओं को चूहे कुतर रहे हैं। बैंक डूब रहे हैं। छह साल में केंद्र में मोदी सरकार और पांच साल में राज्य में रघुवर सरकार ने देश और राज्य को पीछे ले जाने का काम किया है। झारखंड को पाने के लिए कितने वीर सपूत शहीद हुए। इसे बर्बाद नहीं होने देंगे। झारखंड को बचाने के लिए जान दे सकते हैं और ले भी सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने बुधवार को यहां जिला परिषद मैदान में बदलाव यात्रा सह आम सभा में सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा- यह कैसी सरकार है जिसके राज में गांव से लेकर शहर तक निराशा का माहौल है। किसान परेशान, नौजवान उपेक्षित और व्यापारी त्रस्त है। कुछ दिन पहले हर-हर मोदी, घर-घर मोदी का नारा आया था। लोगों ने उसका परिणाम देखा। अब घर-घर रघुवर का नारा चल रहा है। यह हर घर में बेरोजगारी, भुखमरी, स्कूलों के विलय के रूप में घर-घर में विराजमान है। अब इसे घर से बाहर निकालने की तैयारी है। कहा- लोकसभा चुनाव भारत-पाकिस्तान के युद्ध के नाम पर लड़ा। अबकी बार अपने घर को बचाने की बारी है। बीते पांच साल में सरकार ने क्या काम किया है, इसका जवाब देना है। आवास, गैस चूल्हा, मुख्यमंत्री आशीर्वाद योजना आदि कई ऐसी योजनाएं हैं जिनमें बिना घूस दिए कोई काम नहीं हो सकता। आयुष्मान भारत के नाम पर फर्जी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया।
फसल बीमा को 750 करोड़ रुपये का भुगतान बीमा कंपनियों को किया गया, लेकिन क्षतिपूर्ति के रूप में किसानों को महज 73000 रुपये का ही भुगतान हो सका। राज्य में टाटा की कई कंपनियां बंद हो गईं। गिरिडीह और धनबाद में कई फैक्ट्रियों में सत्ताधारी दल के लोग खुद कोयला तस्करी करा रहे हैं। सरकार वर्दी का पैसा लूट रही है। सभी लोगों का बैंक में खाता खुलवाया गया ताकि लोग अपनी जमा-पूंजी सुरक्षित रख सकें। अब बैंक बंद हो रहे हैं। उनका विलय हो रहा है। इससे तो अच्छा है कि लोग अपने पैसों को प्लास्टिक में बांधकर जमीन में दबा दें। वे ज्यादा सुरक्षित रहेंगे। ऐसी सरकार को जनता के हित में बदलने का वक्त है।