'मैं जन्म से बिहारी, लेकिन अटल हूं', लोगों ने कर दिया था मतदान का बहिष्कार; फिर वोट पड़े और सात करोड़ रुपये भी मिले
Lok Sabha Election 2024 News उस समय गंगा के कटाव से परेशान दियारा क्षेत्र के लोगों ने वोट बहिष्कार का निर्णय किया था। इससे भाजपा प्रत्याशी लाल मुनी चौबे की परेशानी बढ़ गई थी। बक्सर की चुनावी सभा में अटल बिहारी वाजपेयी के आते ही लाल मुनी चौबे ने उन्हें इससे अवगत करा दिया। उन्हें माजरा समझते देर नहीं लगी।
जयमंगल पांडेय, ब्रह्मपुर (बक्सर)। किस्सा 1999 के लोकसभा चुनाव का है। इस दौरान बक्सर की सभा में अटल बिहारी वाजपेयी ने दियारे को गंगा के कटाव से बचाने के लिए योजना की घोषणा की थी। वादे का पुख्ता विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने कहा कि मैं जन्म से ही बिहारी हूं, लेकिन अटल हूं।
अटल बिहारी वाजपेयी की इस बात पर जनता काफी देर तक तालियां बजाती रहीं। हवाई अड्डा मैदान जिंदाबाद के नारों से गूंज उठा। उस समय गंगा के कटाव से परेशान दियारा क्षेत्र के लोगों ने वोट बहिष्कार का निर्णय किया था।
इससे भाजपा प्रत्याशी लाल मुनी चौबे की परेशानी बढ़ गई थी। बक्सर की चुनावी सभा में अटल जी के आते ही लाल मुनी चौबे ने उन्हें इससे अवगत करा दिया। उन्हें माजरा समझते देर नहीं लगी।
अटल बिहारी वाजपेयी ने भाषण की शुरुआत कटाव की समस्या से ही की और लोगों को भरोसा दिलाया कि केंद्र में सरकार बनते ही उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। उन्होंने स्वयं के नाम में बिहारी होने का उल्लेख करते हुए कहा कि आप लोग गलतफहमी में मत रहिएगा। उनकी इस घोषणा ने मतदाताओं का मिजाज बदल दिया और भाजपा प्रत्याशी लालमुनी चौबे तीसरी बार जीते।
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बक्सर को मिले थे सात करोड़
1999 में अटल जी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार बन गई और राज्य के ही डॉ. सीपी ठाकुर जल संसाधन मंत्री बनाए गए। प्रधानमंत्री ने अप्रैल, 2000 में उन्हें बक्सर भेजा। उन्होंने दियारा क्षेत्र में बाढ़ से कटावग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया।
इसके बाद कटाव निरोधी कार्य के लिए बिहार को केंद्र से 40 करोड़ रुपये दिए जाने की घोषणा की। इनमें से सात करोड़ रुपये बक्सर को मिले। योजना से जिले के अर्जुनपुर व उमरपुर गांव के समीप कटाव निरोधी कार्य कराए गए।यह भी पढ़ें -Chunavi किस्सा: जब वित्त राज्यमंत्री को हराकर सांसद बने थे केदार पासवान, भाड़े की जीप में किया था प्रचार