'मोदी के नाम पर मतदान... 39 सीटें जीतेगी राजग' पीएम मोदी से लेकर बिहार चुनाव पर क्या बोले तारकिशोर प्रसाद? पढ़िए खास बातचीत
Bihar Lok Sabha Election 2024 बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कटिहार से लगातार चौथी बार के विधायक तारकिशोर प्रसाद ने जागरण नेटवर्क से खास बातचीत में दावा किया कि राजग बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि मतदाता प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर वोट डाल रहे हैं। जानिए बिहार की राजनीति पर और उन्होंने क्या-क्या बातें कहीं।
रमण शुक्ला, पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं लगातार चौथी बार कटिहार विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे तारकिशोर प्रसाद बिहार भाजपा में वैश्य समाज के शीर्ष चेहरा हैं। बाल स्वयंसेवक हैं। विद्यार्थी परिषद से लेकर भाजपा में विभिन्न सांगठनिक पदों पर रह चुके हैं। पार्टी ने लोकसभा चुनाव में वैश्य मतदाताओं को साधने का विशेष दायित्व दे रखा है।
वे लगातार संसदीय क्षेत्र के दौरे पर हैं। राजग प्रत्याशियों के लिए जनसभा, नुक्कड़ सभा, रोड शो के साथ सामाजिक बैठक कर जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं। दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता रमण शुक्ला ने पूर्व उप मुख्यमंत्री से विभिन्न विषयों पर लंबी बातचीत की। प्रस्तुत है संक्षिप्त अंश।
सवाल - बिहार में आज छठे चरण के लिए आठ संसदीय क्षेत्रों में मतदान है। इसके साथ ही 32 सीटों पर चुनाव संपन्न हो जाएगा। राजग की क्या स्थिति है?
जवाब - नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए देश के साथ बिहार के मतदाता दृढ़ संकल्पित हैं। मैंने 30 वर्ष के राजनीतिक, सामाजिक एवं संसदीय अनुभव में ऐसा उत्साह भाजपा एवं राजग के प्रति पहले कभी नहीं देखा। ऐसे में मैं दावे से कह सकता हूं कि छह चरणों में 32 राजग प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित हो गई है।
आखिरी चरण के चुनाव में आठों की आठ सीट पर राजग प्रत्याशी की जीत तय है। प्रत्याशी कोई हो जनता नरेन्द्र मोदी के नाम पर मतदान कर रही है। जनता की आकांक्षा, विश्वास और हर कसौटी पर प्रधानमंत्री खरे उतरे हैं। गरीब, किसान, महिला एवं युवा प्रधानमंत्री की प्राथमिकता हैं।
सवाल - इस बार का चुनाव किन मुद्दों पर पार्टी लड़ रही है ?जवाब - अबकी बार का लोकसभा का चुनाव विकसित भारत के संकल्प की यात्रा है, विगत 10 वर्षों में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत यशस्वी हुआ है। कल्याणकारी योजनाएं लाभुकों तक पहुंची है। एक विकसित भारत के निर्माण के लिए हमारी अगामी सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी।
सवाल - आप पूर्व उप मुख्यमंत्री रहे हैं। बिहार में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में आपका नाम सम्मिलित है। अबकी बार प्रधानमंत्री लगातार बिहार आ रहे। ऐसा क्या फीडबैक है?जवाब- नरेन्द्र मोदी आम परिवार से निकलकर प्रधानमंत्री के पद तक पहुंच हैं। ऐसे में उन्हें आम जन के हर सुख-दुख का अहसास है। स्वभाविक है कि आम लोगों से मिलना, बातचीत करना यह उनके कार्य संस्कृति का हिस्सा है। भारत वर्ष की राजनीति में मैं समझता हूं कि वह पहले प्रधानमंत्री हैं जो स्कूली विद्यार्थियों, किसानों, महिलाओं से समय-समय पर संवाद करते रहे हैं।
मन की बात भी प्रधानमंत्री की अनोखी पहल है। मैं समझता हूं कि बिहार की 40 में 39 सीटों पर राजग प्रत्याशियों को जिताकर बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री के मन में विशेष छाप व भाव पैदा किया है। संभवत: यही कारण है कि प्रधानमंत्री अधिसंख्य मतदाताओं के बीच पहुंचकर संवाद सुनिश्चित करने के लिए बिहार आ रहे हैं।सवाल - आप 20 महीने तक उप मुख्यमंत्री रहे, लेकिन वर्तमान मंत्रिमंडल में नहीं हैं। आप इसे किस प्रकार देखते हैं ?
जवाब - देखिए देश में भाजपा लोकतांत्रिक पार्टी है, जिसमें आम कार्यकर्ता राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री जैसे शीर्ष पद पर पहुंचता है। भाजपा में समय-समय पर दायित्व में परिवर्तन भी होता रहता है। प्रधानमंत्री हमेशा ‘रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म’ (सुधार, निष्पादन और परिवर्तन) के सिद्धांत पर जोर देते रहे हैं।मैं समझता हूं की कार्यकर्ता होना भी पार्टी में एक अहम दायित्व है। पार्टी ने जब भी कोई दायित्व दिया है उसे कार्यकर्ता भाव से ही निभाने का प्रयास किया है। आगे भी पार्टी द्वारा दिए गए दायित्व को बेहतर ढंग से निभाऊंगा।
सवाल - सीमांचल का आप प्रतिनिधित्व करते हैं। रोहिंग्या के साथ बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण बहुसंख्यक वर्ग अपने आप को प्रताड़ित महसूस कर रहा है। हिंदू समाज पलायन को विवश है। जनसंख्या असंतुलन तेजी से बढ़ रहा है। कैसे इस समस्या से निपटेंगे?जवाब - विदेशी घुसपैठ की समस्या सिर्फ सीमांचल की नहीं है। यह राष्ट्र के लिए भी खतरनाक है। पूरे भारत के लिए यह यक्ष प्रश्न है। विदेशी घुसपैठ के कारण स्थानीय लोगों की हकमारी होती है। निश्चित तौर पर जनसंख्या का असंतुलन भी तेजी बढ़ रहा है। लेकिन, पिछले दस वर्षों में इसमें अंकुश लगा है।
केंद्र सरकार द्वारा सीमा पर कई तरह प्रयास किए गए हैं। आगे भी कई अहम निर्णय सरकार करने की तैयारी कर रही है। भविष्य में इस दिशा में ठोस परिणाम देखने को मिलेंगे। गृह मंत्री अमित शाह स्वयं इस विषय को लेकर सजग हैं। सीमांचल के हर दौरे में इस विषय को लेकर उनका चिंतन एवं चिंता झलकती है। इस दिशा में सीमा सुरक्षा बल की पहल सराहनीय है।सवाल - बिहार के कई लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की उम्मीदवार से नाराजगी है, इसे कैसे दूर करेंगे?
जवाब - इस बार का लोकसभा का चुनाव प्रधानमंत्री का चुनाव है, नरेन्द्र मोदी के सामने विपक्षी दलों की ओर से प्रधानमंत्री पद पर कोई चुनौती नहीं है। विपक्ष बिखरा हुआ है। इस बार राजग के अलग-अलग घटक दलों की जीत नरेन्द्र मोदी की जीत होगी। अतः देश के मतदाता सभी मुद्दे से ऊपर उठकर नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने के लिए मतदान कर रहे हैं।ये भी पढ़ें- जिन 58 सीटों पर हो रहा चुनाव, उन पर 2019 में किसने कितनी सीटों पर मारी थी बाजी, जानिए भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा का हाल