Move to Jagran APP

LokSabhaElection: कद और काम के साथ मजबूत रिश्तों से मिला टिकट

भाजपा ने एक बार फिर हरिद्वार लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक पर विश्वास जताया है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 23 Mar 2019 12:26 PM (IST)
Hero Image
LokSabhaElection: कद और काम के साथ मजबूत रिश्तों से मिला टिकट
हरिद्वार, अनूप कुमार। हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा ने एक बार फिर मौजूदा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक पर विश्वास जताया है। सियासी कद के साथ ही विशिष्ट कार्यशैली और संघ से लेकर भाजपा संगठन तक मजबूत रिश्तों ने निशंक के लिए टिकट को सुलभ बना दिया। भाजपा के थिंक टैंक ने हरिद्वार सीट से प्रत्याशी चयन को लेकर जो होमवर्क किया, उस पर निशंक हर तरह से फिट बैठे। पिछले पांच साल की परफार्मेस ने भी उनकी ताकत बढ़ाई। इतना ही नहीं, बल्कि निशंक के सामने टिकट के मोर्चे पर जो प्रतिद्वंद्वी रहे, उनकी दावेदारी तुलनात्मक रूप से खासी कमजोर दिखाई दी।

हरिद्वार के निवर्तमान भाजपा सांसद निशंक को दोबारा चुनाव मैदान में उतारे जाने को लेकर यूं तो कोई पार्टी के भीतर व बाहर कोई खास गतिरोध नहीं था। जहां तक क्षेत्र से भाजपा के 11 विधायकों का सवाल है तो इसमें एक-दो को छोड़कर अधिकतर विधायकों का निशंक से बेहतर सियासी तालमेल है। हरिद्वार से भाजपा के एक विधायक ने जरूर अपनी पत्नी के लिए टिकट की दावेदारी की, लेकिन इस दावेदारी को पार्टी के प्रांतीय नेताओं ने विशेष तवज्जो नहीं दी।

सियासी कद के मामले में निशंक काफी आगे रहे। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व उसके अनुषांगिक संगठनों की गतिविधियों में भी निशंक ने सक्रियता बनाए रखी। धार्मिक आयोजनों में भी उनकी समय-समय पर उपस्थित बनी रही। निशंक की सियासी कार्यशैली भी पूरे पांच साल संतुलित रही। विधानसभा के चुनाव में हरिद्वार सीट के अंतर्गत पड़ने वाली 14 विधानसभाओं में से भाजपा 11 पर जीत हासिल करने में सफल रही। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को लगातार आइना दिखाने के लिए निशंक मोर्चा खोले हुए हैं। यही कारण है कि कांग्रेस के बड़े दिग्गज भी हरिद्वार सीट से उतरने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। सक्रियता, व्यवहार कुशलता, सियासी संतुलन, संवाद कायम करने में निपुणता, राष्ट्रीय व प्रांतीय नेताओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना, निकाय-पंचायत के प्रतिनिधियों से मेल-मुलाकात आदि ने इस सीट पर उनकी टिकट की दावेदारी को स्वाभाविक बना दिया।

रमेश पोखरियाल निशंक

  • पिता का नाम: स्व. परमानंद पोखरियाल
  • मां का नाम: स्व. बिश्वेस्वरी देवी
  • जन्म तिथि: 15 जुलाई 1959
  • जन्म स्थान: ग्राम पिनानी, पौड़ी गढ़वाल
  • पत्‍नी का नाम: स्व. कुसुमकांता
  • शिक्षा: एमए हिंदी (हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय)
  • सियासी सफर
  • साल 1991 में पहली बार उत्तर प्रदेश में कर्णप्रयाग विस क्षेत्र से विधायक निर्वाचित। इसके बाद लगातार तीन बार विधायक बने।
  • वर्ष 1997 में उत्तर प्रदेश सरकार में कल्याण सिंह मंत्रिमंडल में पर्वतीय विकास विभाग के मंत्री बने
  • वर्ष 1999 में रामप्रकाश गुप्त की सरकार में संस्कृति पूर्त व धर्मस्व मंत्री।
  • वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य निर्माण के बाद प्रदेश के पहले वित्त, राजस्व, कर, पेयजल सहित 12 विभागों के मंत्री
  • वर्ष 2007 में उत्तराखंड सरकार में चिकित्सा स्वास्थ्य, भाषा तथा विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री।
  • वर्ष 2009 में उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री।
  • वर्ष 2012 में डोईवाला (देहरादून) क्षेत्र से विधायक निर्वाचित।
  • वर्ष 2014 में डोईवाला से इस्तीफा देकर हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित।
पांचों सीटों पर भाजपा जीत हासिल करेगी

रमेश पोखरियाल निशंक (भाजपा प्रत्याशी, हरिद्वार संसदीय सीट) का कहना है कि पार्टी ने मुझ पर फिर से भरोसा जताया है, यह मेरा सौभाग्य है। पार्टी के भरोसे पर खरा उतरते हुए हरिद्वार से भाजपा की जीत सुनिश्चित होगी। मेरे चयन को लेकर कहीं कोई शिकायत या नाराजगी नहीं है। सभी का समर्थन मुङो प्राप्त है। पांचों सीटों पर भाजपा जीत हासिल करेगी। मैं 25 मार्च को नामांकन करूंगा।

यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election: भाजपा ने पुराने चेहरों पर खेला सुरक्षित दांव

यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव: पौड़ी में खंडूड़ी के शिष्य पर भाजपा ने जताया भरोसा