I.N.D.I गठबंधन कितनी सीटें जीतेगा? सुधांशु त्रिवेदी ने दिया यह जवाब, पढ़िए 10 किलो राशन के वादे और संविधान बदलने के आरोप पर क्या कहा
Lok Sabha Election 2024 डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि भारत में झूठा इतिहास पढ़ाया गया है। जो हमारे दुश्मनों ने लिखा देश के लुटेरों ने लिखा उस इतिहास को प्रामाणिक मानते रहे। हम गुलामी की मानसिकता को खत्म कर विकसित राष्ट्र का निर्माण कर रहे। इसी के साथ वह विपक्ष पर भी हमलावर होते हैं। पढ्एि डॉ. सुधांशु त्रिवेदी से जागरण की बातचीत...
आनंद मिश्र, लखनऊ। भारतीय इतिहास और संस्कृति के विद्वान डॉ. सुधांशु त्रिवेदी देश के राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर बेबाकी से राय रखते हैं। वह कहते हैं कि भारत में झूठा इतिहास पढ़ाया गया है। जो हमारे दुश्मनों ने लिखा, देश के लुटेरों ने लिखा, उस इतिहास को प्रामाणिक मानते रहे। हम गुलामी की मानसिकता को खत्म कर विकसित राष्ट्र का निर्माण कर रहे। इसी के साथ वह विपक्ष पर भी हमलावर होते हैं कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और सपा के शीर्ष नेताओं के दावों में भ्रम और छलावा अधिक है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी के लखनऊ प्रवास के दौरान दैनिक जागरण ने विशेष बातचीत की ...
सवाल: चार चरणों का मतदान हो चुका है, पांचवां चल रहा है। एनडीए को आप कहां पाते हैं?
जवाब- गृहमंत्री अमित शाह स्पष्ट कर चुके हैं कि चार चरणों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए 270 के आसपास पहुंच गया है। हम बहुमत के करीब पहुंच गए हैं। अगले तीन चरणों में जो हमारा लक्ष्य है 400 पार। हमें पूर्ण विश्वास है कि हम वह लक्ष्य पाने में सफल होंगे।सवाल: उत्तर प्रदेश में विपक्ष दल चुनाव में तरह-तरह के दावे कर रहे हैं?
जवाब- इनके नेताओं के राजनीतिक स्टैंड को देख लीजिए, दावों की तस्वीर खुद-ब-खुद साफ हो जाएगी। यूपी में विपक्ष में सबसे बड़ा दल समाजवादी पार्टी है। सपा कन्नौज को अपने परिवार की सीट मानती है। अब वहीं से यदि अखिलेश को बुलाने की मांग उठती है तो अनुमान लगा लीजिए कि पूरे उत्तर प्रदेश में वह कितनी सीट निकाल सकते हैं।
अब आइए कांग्रेस पर, जो कह रही है उसमें लेशमात्र भी सत्य का आधार होता तो क्या राहुल गांधी अमेठी छोड़कर जाते? पिछले लोकसभा चुनाव में एक ही सीट जीती थी कांग्रेस ने रायबरेली, उसी सीट पर वो गए। इन दोनों दलों के सर्वोच्च नेता ही जीत का आत्मविश्वास नहीं रख पा रहे हैं। उनके दावे भ्रम और छलावा हैं।
सवाल: लेकिन गठबंधन तो आपको 140-200 सीटों के बीच समेट रहा है, इस पर आपका क्या कहना है?
जवाब- देखिए, वहां भी बड़ी मजेदार बात है। पहले अखिलेश यादव ने 140 बोला। राहुल गांधी पहले बोल रहे थे 180, फिर बोले 150। प्रियंका ने कहा 185-190 तो ममता बनर्जी ने बोला 195 से 200 और केजरीवाल ने 230। (हंसते हुए) अब आप यह समझिए, यह गठबंधन वाले संख्या में एकमत नहीं हो पा रहे हैं, तो नेतृत्व में क्या खाकर एकमत होंगे। वे केवल हवाबाजी कर रहे हैं और जनता ये अच्छे से जानती है।