धर्म संकट! पत्नी कांग्रेस विधायक, पति बसपा से लड़ रहे चुनाव, घर छोड़ने तक पहुंची सियासी लड़ाई
मध्य प्रदेश के बालाघाट से विधायक अनुभा मुंजारे के सामने सियासी धर्मसंकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोकसभा चुनाव 2024 में उनके पति कंकर मुंजारे बालाघाट लोकसभा सीट से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने सम्राट सिंह सरस्वार को टिकट दिया है। अब अनुभा के सामने संकट यह है कि वे पति के समर्थन में प्रचार करें या पार्टी का साथ दें।
जेएनएन, बालाघाट। मध्य प्रदेश की बालाघाट सीट पर चुनावी मुकाबला रोमांचक हो गया है। यहां कांग्रेस की महिला विधायक अनुभा मुंजारे के पति लोकसभा चुनाव में उतरे हैं, लेकिन उनकी पार्टी अलग है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अनुभा के पति कंकर मुंजारे को बालाघाट लोकसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित किया है।
अब बालाघाट से कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे के सामने धर्मसंकट खड़ा हो गया है। सवाल यह है कि वे अपने पति के समर्थन में उतरेंगी या फिर कांग्रेस पार्टी के लिए वोट मांगेंगी। हालांकि अनुभा ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। वे पार्टी के साथ खड़ी हैं।
भाजपा से भारती तो कांग्रेस से सम्राट मैदान में
भाजपा ने बालाघाट की इस सीट भारती पारधी को टिकट दिया तो वहीं कांग्रेस ने सम्राट सिंह सरस्वार को चुनावी समर में उतारा है। कंकर मुंजारे ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। मगर टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बसपा का दामन थामा और वहां उन्हें बसपा का टिकट मिल गया। अब बसपा के प्रत्याशी के तौर पर कंकर मुंजारे चुनाव मैदान में है।यह भी पढ़ें: कौन हैं दिनेश सिंह बब्बू, जिन्हें सनी देओल की जगह बीजेपी ने गुरदासपुर सीट से दिया टिकट
कौन हैं कंकर मुंजारे
कंकर मुंजारे ने 1989 में बालाघाट सीट से निर्दलीय लोकसभा का चुनाव जीता था। वे दो बार विधानसभा का चुनाव भी जीत चुके हैं। उनकी पत्नी भी विधायक हैं। भाई भी मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। कंकर मुंजारे ने एलान किया है कि वे अपनी पत्नी से किसी तरह का समर्थन नहीं लेंगे। अनुभा मुंजारे का कहना है कि पति दूसरे दल से चुनाव मैदान में है। सबकी नजर मुझ पर रहेगी। ईश्वर ने कठिन परीक्षा की खातिर मुझे चुना है, मगर पार्टी ने मान-सम्मान दिया है। उससे बेईमानी नहीं कर सकती। पार्टी के पक्ष में जनता से आशीर्वाद मांगूगी।पत्नी को घर में नहीं रहने की दी नसीहत
कंकर मुंजारे ने अपनी विधायक पत्नी को पहले चरण के मतदान तक घर में नहीं रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वे अपनी बहन के घर पर रह सकती हैं। अगर ऐसा नहीं किया तो मैं खुद घर छोड़ दूंगा। उधर, उनकी विधायक पत्नी ने स्पष्ट कर दिया है कि घर छोड़ने का सवाल ही नहीं है। मैं एक दिन की खातिर अपना घर नहीं छोड़ सकती हूं। जनप्रतिनिधि के साथ-साथ मैं कंकर मुंजारे की पत्नी भी हूं। उन्होंने कांग्रेस से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। मगर टिकट नहीं मिल पाया। हो सकता है कि इसी नाराजगी की वजह से उन्होंने बयान दिया है।
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