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लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा के तरकश में कई तीर, कांग्रेस तलाशेगी काट

हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में सियासी ताकत का आंकलन करें तो भाजपा अन्य के मुकाबले काफी मजबूत नजर आ रही है।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 15 Mar 2019 01:58 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा के तरकश में कई तीर, कांग्रेस तलाशेगी काट
हरिद्वार, जेएनएन। हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में विधानसभा, नगर निकाय, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और पंचायत स्तर पर सियासी ताकत का आंकलन करें तो भाजपा अन्य के मुकाबले मजबूत दिखाई पड़ रही है। राजनीतिक के इन स्तंभ पुंजों में कांग्रेस भी कहीं-कहीं रोशन है, जबकि बसपा का फैलाव एक सीमित दायरे तक ही है। पिछले एक दशक में राजनीतिक शक्ति संतुलन में खासा बदलाव हुआ है। बसपा की चुनौती लगातार हाशिये पर आई है तो कांग्र्रेस भी आशानुरूप विस्तार नहीं ले पाई। भाजपा ने तमाम विरोधाभासों के बावजूद हर तरह से समीकरण साधते हुए हरिद्वार लोकसभा में ताकतवर सियासी दल की पहचान स्थापित की है। 

राज्य गठन के बाद 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल कर ताकत का लोहा मनवाया, लेकिन उसके बाद सपा यहां से हाशिये पर चली गई। बसपा ने शुरुआती विधानसभा चुनावों में मजबूत प्रदर्शन किया। इसके बाद आपसी कलह व मनमाने फैसलों ने बसपा की दावेदारी को पीछे धकेल दिया। कांग्रेस ने 2009 में इस सीट पर चुनाव जीतकर मजबूती का संदेश दिया, लेकिन पार्टी की फूट व टूट में उलझकर कांग्रेस संघर्ष करने की स्थिति में पहुंच गई। कुल 18 लाख तीन हजार मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में भाजपा को टक्कर देना विपक्षी दलों के लिए बड़ी चुनौती होगा। 

14 विधानसभा में दलीय स्थित

भाजपा-11

कांग्रेस-03

नगर निकायों में दलीय स्थित 

हरिद्वार नगर निगम 

महापौर- कांग्रेस

पार्षद 

भाजपा- 34

कांग्रेस- 19

बसपा- 01 

निर्दलीय-06

ऋषिकेश नगर निगम (40 सदस्यीय बोर्ड)

महापौर- भाजपा

पार्षद

भाजपा-23

कांग्रेस-12

निर्दलीय-05

रुड़की नगर निगम (30 सदस्यीय बोर्ड)

बोर्ड भंग, प्रशासक नियुक्त, चुनाव नहीं हुए हैं। 

नगर पालिका व पंचायत   

भाजपा- 04

कांग्रेस- 01

निर्दलीय- 03 

हरिद्वार जिला पंचायत

अध्यक्ष-बसपा 

ग्राम पंचायत- 308

भाजपा समर्थित-168

कांग्रेस समर्थित-92

बसपा समर्थित-28 

निर्दलीय-20

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