लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रमुख हथियार होंगे पन्ना प्रमुख
देश के अन्य राज्यों की भांति उत्तराखंड में भी लोकसभा चुनाव में पन्ना प्रमुख भाजपा के खेवनहार बनेंगे। इसके तहत बूथ कमेटियों के सदस्यों को पन्ना प्रमुख बनानाा शुरू कर दिया है।
By Edited By: Updated: Wed, 27 Feb 2019 11:58 AM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। देश के अन्य राज्यों की भांति उत्तराखंड में भी लोकसभा चुनाव में 'पन्ना प्रमुख' भाजपा के खेवनहार बनेंगे। बूथ स्तर पर पार्टी संगठन की मजबूती पर ध्यान केंद्रित किए भाजपा ने बूथ कमेटियों के सदस्यों को पन्ना प्रमुख बनाने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
मतदान के दिन पन्ना प्रमुखों की अहम भूमिका रहेगी। हर बूथ की मतदाता सूची के एक पन्ने की जिम्मेदारी एक कार्यकर्ता यानी पन्ना प्रमुख की रहेगी। वह अपने पन्ने के वोटरों की न सिर्फ चिंता करेगा, बल्कि उन्हें मतदान के लिए पोलिंग बूथ तक लाने में मुख्य भूमिका निभाएगा। उत्तराखंड राज्य में लोकसभा की भले ही पांच सीटें हों, लेकिन सियासी दृष्टिकोण से खासी महत्वपूर्ण हैं। फिर भाजपा के सामने इन सभी सीटों पर पिछला प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने लोस की सभी पांचों सीटों पर कब्जा जमाया था।
इसके बाद विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने के साथ ही निकाय चुनाव में भी भाजपा को अच्छी सफलता मिली थी। जाहिर है कि राज्य में लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को कायम रखने के लिए उसे ऐड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ेगा।
शायद यही वजह भी है कि भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व उत्तराखंड को खास तरजीह दे रहा है। राष्ट्रीय नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि यहां पांचों सीटों पर हर हाल में फिर से परचम फहराना है। नेतृत्व ने इसके लिए बूथ को मजबूत बनाने के साथ ही 'बूथ जीता-देश जीता' का मंत्र कार्यकर्ताओं को दिया है। इसे धरातल पर उतारने के लिए पार्टी जुट गई है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हरेक बूथ को 'त्रिशक्ति' के तौर पर लिया गया है। त्रिशक्ति यानी बूथ पालक, बूथ अध्यक्ष और बूथ लेवल एजेंट-दो के सम्मेलनों की श्रृंखला शुरू की गई है। टिहरी और हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के त्रिशक्ति सम्मेलन में खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन दिया था। उन्होंने भी बूथ की मजबूती पर खास ध्यान देने की नसीहत दी।
प्रदेश भाजपा के सूत्रों के मुताबिक बूथों को मजबूत बनाने की रणनीति पर मुस्तैदी से काम चल रहा है। सभी जगह बूथ कमेटियां गठित कर दी गई हैं। बूथ कमेटियों को अपने-अपने बूथ के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र के एक-एक मतदाता से निरंतर संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही हर बूथ पर पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति शुरू कर दी गई है। हर बूथ की वोटर लिस्ट के हर पन्ने के लिए पन्ना प्रमुख नियुक्त किए जाने हैं, जिन पर पन्ने में उल्लिखित मतदाताओं की जिम्मेदारी होगी। पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति कर उन्हें इसके लिए लगातार बूस्टअप भी किया जा रहा है।
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