BJP vs TMC: बंगाल में लगातार होती रही राजनीतिक हिंसा, भाजपा कार्यकर्ताओं में डर बना हार का कारण
बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में भाजपा को मिली करारी हार के पीछे पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों के भीतर निराशा और डर का माहौल भी एक प्रमुख कारण रहा है। दरअसल बंगाल में जिस तरह से राजनीतिक हिंसा की लगातार घटनाएं और सत्तारूढ़ दल का आतंक है उसमें जमीन पर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए काम करना उतना आसान भी नहीं है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में भाजपा को मिली करारी हार के पीछे पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों के भीतर निराशा और डर का माहौल भी एक प्रमुख कारण रहा है। दरअसल, बंगाल में जिस तरह से राजनीतिक हिंसा की लगातार घटनाएं और सत्तारूढ़ दल का आतंक है, उसमें जमीन पर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए काम करना उतना आसान भी नहीं है।
2021 के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद जिस तरह से पूरे राज्य भर में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों को निशाना बनाया गया वह जगजाहिर है।
सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में आग तक लगा दी गई
चुनावी नतीजे के बाद हिंसा के चलते विशेषकर दक्षिण बंगाल के जिलों में हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों को अपने घर द्वार तक छोड़कर भागना पड़ा था और दूसरे राज्यों तक में शरण लेनी पड़ी थी। सैकड़ों कार्यकर्ताओं के घरों में आग तक लगा दी गई थी और तोड़फोड़ से लेकर लूटपाट हुई थी।कार्यकर्ता चुनावी हिंसा का शिकार हुए
बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता चुनावी हिंसा का शिकार हुए थे। भाजपा के प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेता इसको लेकर तृणमूल कांग्रेस को लगातार घेरते रहे। पार्टी लगातार यह भी कहती रही कि बंगाल में भाजपा के सत्ता में आने पर इसका बदला लिया जाएगा। बावजूद इसके समर्थकों को हिंसा का डर सताता रहा।
तृणमूल की तरफ से विभिन्न हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकी देने की घटनाएं भी लगातार सामने आती रही। पार्टी का प्रदेश या केंद्रीय नेतृत्व अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों को उस तरह से सुरक्षा की गारंटी देने में विफल रहा।
भाजपा कार्यकर्ताओं में डर
बंगाल भाजपा कार्यकर्ताओं के भीतर किस तरह का डर है यह इसी बात से समझा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव नतीजे के बाद मंगलवार शाम बशीरहाट सीट से तृणमूल के हाथों हारने वालीं पार्टी प्रत्याशी रेखा पात्र ने आशंका जताई कि उनके घर को जला दिया जाएगा।