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LokSabha Election 2019: दिल खोलकर खजाना किया खर्च, लेकिन यहां चूक गए जनप्रतिनिधि

करनाल के सांसद अश्विनी चोपड़ा ने सांसद निधि खर्च करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने पांच साल में 20 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की। हालांकि वह जनता से दूरी बनाए रहे।

By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Fri, 29 Mar 2019 12:36 PM (IST)
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LokSabha Election 2019: दिल खोलकर खजाना किया खर्च, लेकिन यहां चूक गए जनप्रतिनिधि
पानीपत/करनाल [मनोज ठाकुर]। सत्ता में संतुलन साधना ही सबसे बड़ी कामयाबी है। करनाल लोकसभा से सांसद  अश्विनी चोपड़ा इसमें चूक गए। उन्होंने लोकसभा क्षेत्र में सांसद निधि जम कर खर्च की। कई विकास कार्य भी कराए। लेकिन चर्चा उनकी क्षेत्र से अनुपस्थिति का होता है। बड़े सरकारी आयोजनों हो या फिर पार्टी स्तर की बड़ी बैठकें। वह पांच साल में जनता से सीधा जुड़ाव रखने में सफल नहीं हो सके। 

पिछले साल अक्टूबर माह में उनके लापता होने के पोस्टर छपवाकर उनकी अनुपस्थिति पर व्यंग्य कसा गया। अलबत्ता सांसद निधि खर्च करने में चोपड़ा आगे रहे। अपने संसदीय क्षेत्र में आने पर जब भी उनके सामने विकास कार्यों के लेकर राशि की डिमांड रखी गई, उन्होंने उम्मीद से ज्यादा ही ग्रांट मंजूर की। यही बात उनके पक्ष में जाती है कि उन्होंने ग्रांट की आस रखने वाले को कभी निराश नहीं किया। 

सांसद निधि से पूरे हुए 471 कार्य
सांसद अश्विनी चोपड़ा ने करनाल संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले करनाल व पानीपत जिले में सांसद निधि से विकास कार्य करवाने में पूरी रुचि दिखाई। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में 517 कार्य करवाने की अनुशंसा की। इनमें से 471 कार्य मंजूर हुए। इन कार्यों में 371 कार्य पूरे हो चुके हैं। जबकि 87 पर कार्य चल रहा है। विकास कार्यों को लेकर 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की एमपी ग्रांट मिल एडीसी कार्यालय में पहुंच चुकी है। इस राशि के अधिकांश हिस्से को विकास कार्यों पर खर्च किया जा चुका है। 

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सांसद निधि से जुड़े विकास कार्यों की बैठक में नहीं पहुंचे
सांसद अश्विनी चोपड़ा ने सांसद निधि खर्च करने में कोई कंजूसी नहीं दिखाई हो, लेकिन सांसद निधि से होने वाले विकास कार्यों को लेकर आयोजित होने वाली प्रशासनिक बैठक में वह एक या दो बार को छोड़कर कभी नहीं पहुंचे। इसके अलावा विकास कार्यों को लेकर उन्हें एक या दो बार ही अधिकारियों की बैठक ली।

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विकास कार्यों के पट्ट पर रहता एमपी का नाम, लेकिन वह नहीं आते
करनाल संसदीय क्षेत्र में ऐसे मौके कई बार आए हैं, जब किसी विकास कार्य का उद्घाटन या शिलान्यास होना था। विकास कार्य के पट्ट पर सांसद का नाम भी अंकित होता रहा। लेकिन वह नहीं पहुंचे कई बार सीएम के आने के बाद भी वह विकास कार्यों से जुड़े कार्यक्रमों में नहीं पहुंचे।

पानीपत में पोस्टर छपवाकर रखवाया था 11 हजार का इनाम
पिछले साल अक्टूबर माह में पानीपत में सांसद के लापता होने के पोस्टर छपवा दिए गए थे। पानीपत के ग्रामीण विकास मोर्चा के अध्यक्ष सतपाल राणा ने पोस्टर में लिखा था कि सांसद काफी दिनों से क्षेत्र से लापता हैं। चार साल आठ माह से उनकी तलाश कर रहे हैं, लेकिन उनका कहीं भेद नहीं लग रहा है। उनका पता बताने वाले को ग्रामीण विकास मोर्चा 11 हजार रुपए का इनाम देगा। अगर सांसद खुद ये पोस्टर को पढ़कर पानीपत के हरि सिंह चौक पर आएंगे तो उन्हें भी 11 हजार रुपये इनाम दिया जाएगा।

सांसद को हो गया था कैंसर 
सांसद अश्विनी चोपड़ा कैंसर की गिरफ्त में आ गए थे। अक्टूबर माह में ही इस बात का पता चला था कि वह अपना इलाज अमेरिका में करवा रहे हैं। उनका आपरेशन भी हो चुका है। इस समय वह स्वास्थ्य लाभ रहे हैं।

पांच मुद्दों पर चर्चा में भाग लिया
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 62 साल के अश्विनी चोपड़ा 16वीं लोकसभा में करनाल से चुने जाने के बाद संसद में अबतक 5 मुद्दों पर चर्चा के दौरान भाग लिया है। सांसद ने कुल 332 सवाले पूछे। सांसद ने मुख्य तौर पर संसद में ये मुद्दे उठाए।

  1.  करनाल में घरेलू हवाई अड्डे का निर्माण करवाया जाना
  2. करनाल को स्मार्ट सिटी में शामिल करवाना
  3. करनाल में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम के निर्माण की मांग
  4. युवाओं को रोजगार दिलवाना
  5. करनाल संसदीय क्षेत्र के रेलवे स्टेशनों पर कई गाडिय़ों का ठहराव कराना