Lok Sabha Election 2023: हारी हुईं सीटें जीतने के लिए आज BJP का मंथन, चुनावी व्यूहरचना रचेंगे सुनील बंसल
भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 में से 62 जबकि उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं। पिछले साल हुए उपचुनाव में भाजपा ने आजमगढ़ और रामपुर की सीटें जीती थीं। प्रदेश की 14 लोकसभा सीटें अब भी भाजपा के कब्जे से दूर हैं। इनमें बिजनौर नगीना सहारनपुर अमरोहा अंबेडकरनगर श्रावस्ती गाजीपुर घोसी जौनपुर लालगंज संभल मुरादाबाद मैनपुरी व रायबरेली सीटें शामिल हैं।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Fri, 22 Sep 2023 07:00 AM (IST)
लखनऊ, राज्य ब्यूरो: अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतने की योजना पर काम कर रही भाजपा इस लक्ष्य को पाने के लिए प्रदेश की 14 हारी हुईं सीटों को जीतने की जुगत में लगी है। इसी क्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल हारी हुईं 14 में से चार सीटों को जीतने के लिए पार्टी की व्यूहरचना की शुक्रवार को लखनऊ में समीक्षा करेंगे और आगामी योजना को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंथन व उनका मार्गदर्शन भी करेंगे।
सुनील बंसल भाजपा की हारी हुईं लोकसभा सीटों के लिए राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त किये गए हैं। सुनील बंसल शुक्रवार को सीतापुर रोड स्थित एक रिसार्ट में श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, रायबरेली और लालगंज सीटों के संदर्भ में लोकसभा प्रवास योजना की समीक्षा करेंगे। बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, चारों सीटों से संबंधित विस्तारक, लोकसभा संयोजक व प्रभारी उपस्थित रहेंगे।
ये है प्लानगौरतलब है कि भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 में से 62, जबकि उसके सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं। पिछले साल हुए उपचुनाव में भाजपा ने आजमगढ़ और रामपुर की सीटें जीती थीं। प्रदेश की 14 लोकसभा सीटें अब भी भाजपा के कब्जे से दूर हैं। इनमें बिजनौर, नगीना, सहारनपुर, अमरोहा, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, गाजीपुर, घोसी, जौनपुर, लालगंज, संभल, मुरादाबाद, मैनपुरी व रायबरेली सीटें शामिल हैं। हारी हुईं इन सीटों को चार समूहों में बांटकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने लोकसभा प्रवास कार्यक्रम संचालित किया है।