Move to Jagran APP

Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में नोटा को लेकर भिड़े भाजपा और कांग्रेस, शाम पांच बजे तक इतना हुआ मतदान

Lok Sabha Election 2024 मध्य प्रदेश में चौथे चरण का मतदान संपन्न हो गया। इसी के साथ प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव पूरे हो चुके हैं। इधर इंदौर में भाजपा और कांग्रेस के बीच नोटा विकल्प के प्रचार को लेकर बयानबाजी जारी है। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। जानिए क्या है पूरा मामला और प्रदेश में कितना हुआ मतदान।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Tue, 14 May 2024 08:53 AM (IST)
Hero Image
Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में सभी सीटों पर मतदान संपन्न हो चुके हैं।
पीटीआई, इंदौर। मध्य प्रदेश में चौथे चरण का मतदान संपन्न हो गया। इसी के साथ प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव पूरे हो चुके हैं। चौथे चरण में इंदौर, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, देवास, धार, मंदसौर और रतलाम में मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक सबसे अधिक मंदसौर में 71.76 फीसदी और सबसे कम इंदौर में 56.33 फीसदी मतदान हुआ।

इधर इंदौर में कांग्रेस और भाजपा नोटा के उपयोग को लेकर आपस मे भिड़ गए। गौरतलब है कि इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने ऐन वक्त पर अपना पर्चा वापस ले लिया था, जिसके बाद यहां से कांग्रेस का कोई प्रत्याशी नहीं बचा था। ऐसे में पार्टी ने लोगों से नोटा को वोट देने की अपील की थी, लेकिन अब उसने आरोप लगाया है कि भाजपा ने उसे नोटा विकल्प का प्रचार करने से रोका।

कांग्रेस का आरोप

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इंदौर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब हमने होर्डिंग और एफएम रेडियो के माध्यम से नोटा के लिए प्रचार करने के लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति मांगी, तो हमें अनुमति के लिए भोपाल स्थित राज्य चुनाव आयोग से संपर्क करने के लिए कहा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की एक महिला पार्षद ने हाल ही में मतदाताओं से नोटा विकल्प दबाने का आह्वान करने वाला एक पोस्टर फाड़ दिया था और इस घटनाक्रम की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर की गई थी।

सुरजीत सिंह चड्ढा ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने तीन मतदान केंद्रों के पास टेबलें लगाई थीं, जिन्हें भाजपा के आदेश पर हटा दिया गया। इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा ने इसे बकवास बताया और कहा कि अपने उम्मीदवार के मैदान से हटने के बाद कांग्रेस अपनी विफलता को छिपाने के लिए ऐसी बातें कर रही है।

भाजपा का जवाब

मप्र भाजपा के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को यह समझ में नहीं आ रहा है कि चुनाव आयोग प्रचार के लिए अनुमति देता है, क्योंकि आदर्श आचार संहिता लागू है और भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने उम्मीदवार के दौड़ से हटने के बाद कांग्रेस अपनी विफलता को छिपाने के लिए बकवास कर रही है। एक अन्य घटना में, नंदा नगर में एक मतदान केंद्र के बाहर नोटा विकल्प को लेकर कथित तौर पर झड़प के बाद पुलिस को कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं को शांत करना पड़ा।