Lok Sabha Election 2024: बुनियादी काम हुए, लेकिन बड़े वादे अब भी अधूरे, क्या कहता है दुर्ग सांसद का रिपोर्ट कार्ड
Lok Sabha Election 2024 छत्तीसगढ़ की महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक दुर्ग संसदीय क्षेत्र से बीजेपी ने वर्तमान सांसद विजय बघेल को एक बार फिर मैदान में उतारा है। इससे पहले सांसद के रूप में उनके हालिया कार्यकाल को लेकर लोगों की कुछ प्रतिक्रियाएं आई हैं। जानिए कैसा रहा उनका रिपोर्ट कार्ड। लोगों के मन में क्या हैं उन्हें लेकर शिकायतें-
आदर्श गांवों का कैसा रहा हाल
सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत विजय बघेल ने पाटन के ग्राम बटंग को गोद लिया है। यहां के रहवासियों ने बताया कि सांसद बघेल ने कई निर्माण कार्य ग्रामीणों की सुविधा के लिए कराया है। लोगों ने बताया कि यहां दो लाख की राशि से स्कूल में मंच का निर्माण कराया गया। साथ ही गांव में दो सौ मीटर की सीसी रोड भी बनवाई गई है।सरकार बदलने के बाद आई काम में तेजी
छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में प्रदेश सरकार बदल गई। इसके बाद केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आने की बात कही जा रही है। पीएम आवास और उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से कवायद चल रही है। सांसद विजय बघेल ने जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की और इनके बेहतर क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।सदन में कैसा रहा प्रदर्शन
सासंद विजय बघेल ने संसद की पटल में भी क्षेत्र से जुड़े कई मुद्दों पर सवाल उठाए। 17वीं लोकसभा में उन्होंने सदस्य के रूप में अब तक 133 प्रश्न पूछे हैं। वहीं 26 मुद्दों पर वह सदन की चर्चा में बोल चुके हैं। अपने संसदीय क्षेत्र के लिए उन्होंने नई एक्सप्रेस ट्रेन की मांग संसद में रखी और भिलाई इस्पात संयंत्र के श्रमिकों के वेतन पुनरीक्षण का मुद्दा भी सदन में उठाया। इसके अलावा बघेल ने एनएच-6 पर दोपहिया वाहनों और कृषि वाहनों से टोल टैक्स ने वसूलने की मांग भी संसद के पटल पर रखी थी। चुनाव से जुड़ी और हर छोटी-बड़ी अपडेट के लिए यहां क्लिक करेंक्या हैं दुर्ग संसदीय क्षेत्र की समस्याएं
साफ नहीं हुई शिवनाथ नदी : सासंद बनने के बाद विजय बघेल ने दुर्ग नगर निगम के तत्कालीन महापौर और निगम के अधिकारियों के साथ ही शिवनाथ नदी का दौरा किया था और इस दौरान उन्होंने कहा था कि नदी में जा रहे नालों के गंदे पानी को रोकने के लिए योजना बनाई जाएगी। लेकिन लोगों ने आरोप लगाया कि इस दिशा में बीते पौने पांच साल में प्रयास नहीं किया गया। औद्योगिक इकाइयों की स्थापना: दुर्ग से अलग होकर बने बेमेतरा जिला में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना मांग भी काफी समय से जनता की ओर से की जा रही है। राज्य में पिछली भाजपा सरकार के दौरान तत्कालीन उद्योग मंत्री दयालदास बघेल ने बेमेतरा में औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने की पहल की थी, लेकिन बाद में इस दिशा में अधिक प्रयास नहीं किए गए। फिलहाल बेमेतरा जिले में औद्योगिक इकाई का अभाव है, जिससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिल सके और जिले को नई पहचान दिलाई जा सके। फूड प्रोसेसिंग प्लांट: संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत धमधा और बेमेतरा के अधिकतर किसान टमाटर की खेती करते हैं। लेकिन प्राकृतिक आपदा में किसानों को काफी नुकसान सहना पड़ता है। इसके लिए किसानों की ओर से कई समय से मांग की जा रही है कि टमाटर से टोमाटो कैचअप समेत अन्य प्रोडक्ट बनाने के लिए क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किए जाने की जरूरत है, लेकिन इस दिशा में अब तक सासंद की ओर से प्रयास नहीं देखे गए हैं। रेल सुविधा: इसके अलावा दुर्ग के लोगों की एक और वर्षों पुरानी मांग है कि बेमेतरा जिले को दुर्ग से रेल सुविधा से जोड़ा जाए। लोगों का कहना है कि जिले के इससे क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी। लेकिन लोगों का कहना है कि सांसद की ओर से इस योजना को लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया। हांलाकि बताया जा रहा है कि इस परियोजना के क्रियान्वयन में खर्च अधिक है, जिस वजह से रेलवे इसमें ज्यादा रुचि नहीं ले रही है।जरूरत के अनुसार किया काम
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- विजय बघेल, सांसद, दुर्ग