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Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस ने राजस्थान में ब्राह्मणों व मुस्लिमों से बनाई दूरी, पहली बार दोनों समुदाय को नहीं दिया टिकट

Lok Sabha Election 2024 राजस्थान में कांग्रेस ने इस बार एक भी मुस्लिम और ब्राह्मण नेता को टिकट नहीं दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस का एक भी ब्राह्मण प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं है। वहीं भाजपा ने दो सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। जानिए इस मुद्दे पर ब्राह्मण और मुस्लिम समाज के लोगों का क्या कहना है।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 28 Mar 2024 08:04 PM (IST)
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कांग्रेस ने 25 में 22 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। (सांकेतिक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस ने 25 में 22 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। सीकर सीट इंडिया गठबंधन में शामिल माकपा और नागौर सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के लिए छोड़ी गई है। डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट भारतीय आदिवासी पार्टी (बीटीपी) के लिए छोड़ने का विचार है।

कांग्रेस ने इस बार एक भी मुस्लिम और ब्राह्मण नेता को टिकट नहीं दिया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस का एक भी ब्राह्मण प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं है। वहीं भाजपा ने दो सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है।

12-13 सीटों पर है ब्राह्मण समाज का प्रभाव

प्रदेश में 12 से 13 सीटों पर ब्राह्मण समाज का प्रभाव है। इनमें से करीब आठ सीटों पर ब्राह्मण मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। वहीं छह सीटों पर मुस्लिम समाज का प्रभाव माना जाता है। टिकट नहीं मिलने पर दोनों समाजों ने कांग्रेस नेतृत्व के प्रति नाराजगी जताई है।

सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा और गौड़ सनाढ्य ब्राह्मण फाउंडेशन के अध्यक्ष देवीशंकर शर्मा ने कहा कि एक भी ब्राह्मण को टिकट नहीं देकर कांग्रेस ने समाज की उपेक्षा की है। इसका नुकसान उठाना होगा। दोनों ने प्रदेश में ब्राह्मण समाज की आबादी करीब एक करोड़ होने का दावा किया है।

वहीं मुस्लिम समाज का कहना है कि जयपुर शहर,टोंक-सवाईमाधोपुर अथवा चूरू में से किसी एक सीट पर समाज के नेता को टिकट दिया जाना चाहिए था। मुस्लिम फोरम के सलाम खान ने कहा, कांग्रेस मुस्लिम समाज को केवल वोट बैंक मान रही है।

अब तक मिलते रहे हैं टिकट

साल 2009, 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दो से तीन सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशी उतारती रही है। 2009 में कांग्रेस ने चित्तौड़गढ़ सीट से गिरिजा व्यास, भीलवाड़ा से सीपी जोशी व जयपुर से महेश जोशी को प्रत्याशी बनाया था। तीनों ही चुनाव जीते थे।

लोकसभा चुनाव 2014 में सीपी जोशी जयपुर ग्रामीण, महेश जोशी जयपुर शहर व गिरिजा व्यास चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़कर हार गए। 2018 में भीलवाड़ा सीट से रामपाल शर्मा व अजमेर में रघु शर्मा को टिकट दिया था। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि कांग्रेस ने एक भी ब्राह्मण को टिकट नहीं दिया।

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जयपुर शहर से सुनील शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया गया था। लेकिन विवाद के बाद उनके स्थान पर प्रताप सिंह खाचरियावास को टिकट दिया गया है। कांग्रेस ने 2009 में चूरू सीट से मकबूल मंडेलिया, 2014 में टोंक-सवाईमाधोपुर से पूर्व क्रिकेटर मो. अजहरूद्दीन और 2019 में चूरू से रफीक मंडेलिया को टिकट दिया था। ये तीनों ही चुनाव नहीं जीत सके थे।

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2 दशक पहले जीते थे मुस्लिम सांसद

प्रदेश में एकमात्र मुस्लिम सांसद कांग्रेस के टिकट पर अयूब खान झुझुंनूं सीट दो दशक पहले जीते थे। इस बार कांग्रेस ने आठ और भाजपा ने छह जाट नेताओं को प्रत्याशी घोषित किया है। सामान्य वर्ग के प्रत्याशियों को कांग्रेस ने चार व भाजपा ने सात सीटों पर टिकट दिया है। इनमें सात राजपूत व भाजपा के दो ब्राह्मण हैं। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर दोनों पार्टियों ने चार-चार व अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर तीन प्रत्याशी बनाए हैं।

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