Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

राम मंदिर, कांग्रेस में भगदड़ और भाजपा पर क्या बोले जीतू पटवारी, बताया विधानसभा चुनाव में पार्टी क्यों हारी?

Lok Sabha Election 2024 कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने विशेष बातचीत में राम मंदिर भाजपा और कांग्रेस के अंदरूनी मामलों पर खुलकर बात की। उन्होंने पिछले साल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार पर भी चर्चा की। इसकी वजह भी बताई। इसके अलावा कई मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना भी साधा। पढ़ें बातचीत के प्रमुख अंश...

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Fri, 05 Apr 2024 08:50 AM (IST)
Hero Image
लोकसभा चुनाव 2024: मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी का विशेष साक्षात्कार।

जेएनएन, भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने विशेष साक्षात्कार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा अन्य दलों के नेताओं को सीबीआई-ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों से डरा धमका रही है।

किसानों को अपनी फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है। बेरोजगारी और महंगाई से सब जूझ रहे हैं। भाजपा ने महिलाओं से किए अपने वादों को पूरा नहीं किया है। हालात ये कि भाजपा धर्म के आधार पर वोट लेना चाहती है। आज हकीकत क्या है, मगर माहौल ऐसा बनाया जा रहा कि देश विकसित हो रहा है। पढ़ें साक्षात्कार के प्रमुख अंश...

राम मंदिर पर भाजपा घेरने में जुटी, इस पर आप क्या कहेंगे?

जवाब: भाजपा धार्मिक आधार पर वोट हासिल करना चाहती है। मैं यह बात शुरू से कहता आ रहा हूं। राम मंदिर पर सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला दिया है। इसका सभी ने स्वागत किया। मंदिर का ताला राजीव गांधी ने खुलवाया था। मैं ओरछा गया था। यहां भगवान श्रीराम दिन में रहते हैं। अयोध्या में रात में रहते हैं। अगर बात प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की है तो शिवराज सिंह चौहान और सीएम मोहन यादव भी नहीं गए थे।

चुनाव से जुड़ी और हर छोटी-बड़ी अपडेट के लिए यहां क्लिक करें

कई बड़े नेता कांग्रेस का साथ छोड़ रहे हैं, पार्टी के बिखराव पर क्या कहेंगे?

जवाब: टीम के बिखरने पर दुख होता है। पार्टी छोड़कर जाने वाले सभी नेताओं से मैंने बात की। इन नेताओं को पार्टी ने सबकुछ दिया। मगर उनका छोड़कर जाना यह बताता है कि दाल में कुछ काला जरूर है। उन्होंने कहा कि पहले 65 नेताओं ने भाजपा ज्वाइन की। इनमें ज्यादातर की राजनीतिक मौत हो चुकी है।

कई बड़े चेहरे चुनाव क्यों नहीं लड़ना चाहते थे?

जवाब: इसके पीछे की रणनीति युवाओं को मौका देना है। टिकट बंटवारे में यह झलक दिखी। 50 फीसदी से अधिक सीटों पर युवा चेहरों को मौका दिया गया है। वहीं कांतिलाल भूरिया और दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेता भी चुनावी समर में हैं। ओबीसी और एससी-एसटी वर्ग को भी मौका दिया है। प्रत्याशियों का चयन सामाजिक समीकरण और सहमति के आधार पर किया गया है।

विधानसभा चुनाव में हार की वजह आप क्या मानते हैं?

जवाब: भाजपा को शहरी क्षेत्र में ध्रुवीकरण का लाभ मिला। लाड़ली बहना और मोदी की गारंटी के नाम पर भाजपा को हमसे 10 फीसदी अधिक मत मिले। वहीं हार की वजह कुछ हम अपनी रणनीतिक कमजोरी को भी मानते हैं।

लोकसभा चुनाव किन मुद्दों पर लड़ेंगे?

जवाब: कांग्रेस ने युवा, महिला, किसान और नारी न्याय की बात की है। लोगों के सामने कुछ गारंटियां भी दी हैं। कांग्रेस की सरकार आने पर इन्हें पूरा करेंगे। उधर, भाजपा लगातार वादाखिलाफी करती आ रही है। भाजपा ने दो करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार देने की बात कही। मगर पूरा नहीं किया। आज बेरोजगारी और मंहगाई से सभी लोग परेशान हैं। किसानों की आय दोगुना करने का वादा भी भाजपा पूरा नहीं कर पाई।

भाजपा के 400 पार लक्ष्य पर क्या कहेंगे?

जवाब: भाजपा नेताओं में अंहकार आ चुका है। मगर देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। भाजपा लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है, नहीं तो उसे 400 सीटें ही क्यों चाहिए।

यह भी पढ़ें: अच्छी खबर: अगर नहीं है वोटर कार्ड तो भी कर सकेंगे मतदान, जानिए कैसे; गलत फोटो लगी होने पर करें ये काम

यह भी पढ़ें: भीषण गर्मी के बीच होंगे चुनाव, लू से सावधान रहें लोग; केंद्र का राज्यों को योजना बनाने का निर्देश