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Lok Sabha Election 2024: अमेरिका को भी पीछे छोड़ देगा भारत! इस साल चुनाव में सबसे अधिक खर्च होने का अनुमान

Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव 2024 खर्च के मामले में ऐतिहासिक होगा। अनुमान के मुताबिक इस चुनाव में 1.35 लाख करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। यह आंकड़ा 2020 में अमेरिकी चुनाव में हुए खर्च से भी अधिक है। 2019 लोकसभा चुनाव में 60 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए थे। मगर इस बार आंकड़ा दोगुना के पार पहुंचने का अनुमान है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Thu, 25 Apr 2024 05:06 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव में 1.35 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान।
पीटीआई, कोलकाता। खर्च के मामले में 2024 का लोकसभा चुनाव पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दुनिया का सबसे महंगा चुनाव बनने की राह पर है। एक गैर-लाभकारी संगठन सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज (सीएमएस) के अध्यक्ष एन भास्कर राव ने यह दावा किया।

उनका अनुमान है कि इस चुनाव में व्यय 1.35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। यह आंकड़ा 2019 लोकसभा चुनाव के व्यय से दोगुना से भी ज्यादा है। 2019 के चुनाव में 60,000 करोड़ रुपये व्यय हुआ था।

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चुनाव खर्च में क्या-क्या है शामिल?

राव ने कहा कि इस व्यापक व्यय में राजनीतिक दलों और संगठनों, उम्मीदवारों, सरकार और चुनाव आयोग समेत चुनाव से संबंधित प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सभी खर्च शामिल हैं। राव ने कहा कि शुरुआत में हमने अनुमान लगाया कि व्यय 1.2 लाख करोड़ रुपये होगा।

हालांकि, चुनावी बांड हिस्सेदारी के खुलासे के बाद हमने इस आंकड़े को संशोधित कर 1.35 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह अनुमान मतदान की तारीखों की घोषणा से 3-4 महीने पहले हुए खर्च को कवर करता है।

छह दलों को मिली इतनी राशि

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की हालिया टिप्पणियों से भारत में राजनीतिक फंडिंग में 'पारदर्शिता की महत्वपूर्ण कमी' का पता चला है। इसमें दावा किया गया है कि 2004-05 से 2022-23 तक, देश के छह प्रमुख राजनीतिक दलों को कुल 19,083 करोड़ रुपये (लगभग 60% ) अज्ञात स्रोतों से मिले हैं। इसमें चुनावी बांड से प्राप्त धन भी शामिल है।

प्रति मतदाता 1400 रुपये खर्च होने का अनुमान

लोकसभा चुनाव में 96.6 करोड़ मतदाता हैं। प्रति मतदाता लगभग 1,400 रुपये खर्च होने का अनुमान है। वाशिंगटन डीसी में स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन OpenSecrets.org के मुताबिक यह 2020 के अमेरिकी चुनाव के खर्च को पार कर गया है। 2020 में अमेरिकी चुनाव में 1.2 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए थे।

विज्ञापन एजेंसियों की मदद ले रहे राजनीतिक दल

एन भास्कर राव ने कहा कि अनुमान है कि विभिन्न प्लेटफार्मों पर मीडिया प्रचार पर कुल चुनाव खर्च का 30 प्रतिशत खर्च होगा। प्रमुख विज्ञापन एजेंसी देंत्सु क्रिएटिव के सीईओ अमित वाधवा ने कहा कि इस साल डिजिटल प्रचार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। राजनीतिक दल कॉरपोरेट ब्रांड की तरह व्यवहार कर रहे हैं और बेहतर ब्रांड रिकॉल के लिए पेशेवर एजेंसियों की मदद ले रहे हैं।

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