Lok Sabha Election 2024: शिवराज सिंह चौहान के पास एक भी कार नहीं, मगर पांच महीने में लाखों रुपये बढ़ी संपत्ति, जानें कितना है कर्ज
Lok Sabha Election 2024 पांच महीने में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संपत्ति में लाखों रुपये का इजाफा हुआ है। इस बात का खुलासा उनके चुनावी हलफनामे में हुआ है। शिवराज सिंह के पास एक भी कार नहीं है। मगर एक रिवॉल्वर जरूर है। पत्नी के नाम एक एंबेसडकर कार है। शिवराज सिंह पर किसी भी बैंक का कर्ज नहीं है।
जेएनएन, विदिशा। 18 वर्षों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान इस बार विदिशा से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। शिवराज सिंह विदिशा से पांच बार सांसद रह चुके हैं। उन्होंने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। चुनावी हलफनामे में शिवराज सिंह चौहान ने अपनी संपत्ति का ब्योरा भी दिया है। ब्योरा के मुताबिक पांच महीने में शिवराज सिंह की संपत्ति में 21 लाख रुपये का इजाफा हुआ है।
इतनी है शिवराज सिंह चौहान की संपत्ति
पिछले साल यानी पांच महीने पहले विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया था। इस दौरान दाखिल हलफनामे में शिवराज सिंह चौहान की कुल चल और अचल संपत्ति तीन करोड़ 21 लाख रुपये की थी। अब लोकसभा चुनाव के हलफनामे में कुल संपत्ति तीन करोड़ 42 लाख रुपये की दिखाई गई है।यह भी पढ़ें: जांबाज बेटियां: जम्मू-कश्मीर में चुनाव के दौरान दिखेगा ये घातक दस्ता, इनसे कांपते हैं पाकिस्तानी आतंकी; जानें इनके बारे में
जानें पत्नी साधन की संपत्ति
शिवराज सिंह चौहान की पत्नी की संपत्ति भी 15 लाख रुपये बढ़ी है। उनके पास एक करोड़ 17 लाख रुपये की चल संपत्ति है। वहीं अचल संपत्ति की कीमत चार करोड़ 39 लाख रुपये है।
शिवराज पर किसी बैंक का कर्ज नहीं
खास बात यह है कि शिवराज सिंह चौहान पर किसी भी बैंक का कर्ज नहीं है। शपथ पत्र के अनुसार शिवराज के पास चौहान एक करोड़ 24 लाख रुपये की चल और दो करोड़ 17 लाख रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं। 64 लाख रुपये का कर्ज पत्नी साधना सिंह के नाम पर है।शिवराज सिंह के पास नहीं है कार
शिवराज सिंह के पास 96 तोला सोने के जेवरात हैं। वहीं एक रिवॉल्वर भी है। हालांकि उनके पास एक भी कार नहीं है। पत्नी साधना के पास 535 ग्राम सोने के आभूषण हैं और उनके नाम एक एंबेसडर का भी है।यह भी पढ़ें: वोट का महत्व समझा रहीं ये टीवी अभिनेत्रियां, पढ़ें लोकतंत्र के महापर्व पर किसने क्या कहा?