Election 2024: पीएम मोदी से प्रभावित हूं, अपेक्षाओं को करूंगी पूरा; जागरण से खास बातचीत में बोलीं बांसुरी स्वराज
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी मोदी सरकार के आने के बाद बढ़ी है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम इसका एक उदाहरण है। पीएम के नेतृत्व में महिलाओं के कल्याण और उनकी सुरक्षा के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। महिलाओं को प्रगति सवाल के अवसर प्रदान करने के लिए यह सरकार संकल्पबद्ध है। भाजपा ने दिल्ली में अब तक घोषित पांच प्रत्याशियों में से दो महिलाओं को अवसर दिया है।
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की पुत्री बांसुरी स्वराज को नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। नई दिल्ली क्षेत्र में ही भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा प्रतीक संसद भवन स्थित है। राजनीति में बांसुरी की प्राथमिकता, महिलाओं की भागीदारी आदि को लेकर संतोष कुमार सिंह ने उनसे बातचीत की।
पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश-
- राजनीति में आने का निर्णय आपने क्यों और किससे प्रभावित होकर लिया?
- सुषमा स्वराज की पुत्री होना राजनीति में प्रवेश में कितना सहायक रहा? लोग आप में उनकी छवि देखते हैं क्या इससे कोई दबाव है?
निश्चित रूप से मां के साथ मेरा नाम जन्म जन्मांतर तक जुड़ा रहेगा। मगर मुझे एक सामान्य कार्यकर्ता के नाते पार्टी में लिया गया है। जहां तक मुझमें मां की छवि देखने का विषय तो वह स्वाभाविक है। उनके दिए संस्कारों में पली हूं। अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी।
- राजनीति में महिलाओं की भागीदारी क्यों कम है? इसे बढ़ाने के लिए दलों को क्या कदम उठाने चाहिए?
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किन प्राथमिकताओं को लेकर आप लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं?
देश आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास के पथ पर अग्रसर है देश को महाशक्ति बनाने के लिए वह काम कर रहे हैं। मोदी की गारंटी भारत के विकसित होने की गारंटी है। इसी उद्घोष के साथ काम करूंगी।