हिमाचल में जनता कांग्रेस सरकार के साथ है। सरकार ने जनता की इच्छाओं के अनुरूप नीतियां बनाई हैं। कर्मचारियों के बुढ़ापे की चिंता दूर करते हुए पुरानी पेंशन योजना लागू कर उनका भविष्य सुरक्षित किया है। युवा वर्ग के लिए रोजगार के द्वार खोलकर 22000 भर्तियां कमीशन व बैचवाइज आधार पर दी जा रही हैं।
महिलाओं के लिए 1500-1500 रुपये मंजूर कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है। पहली बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचकर स्वयं अपने ही जाल में भाजपा फंस चुकी है, जिसका फैसला इस चुनाव में जनता तय करेगी कि उन्हें बिकाऊ नेता चाहिए या टिकाऊ आपदा के समय हिमाचल को एक धेला तक नहीं दिया, प्रदेश से हिसाब मांगने वालों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने दिया क्या है?
यह बात
प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दैनिक जागरण संवाददाता रणवीर ठाकुर से खास बातचीत में कही। पेश हैं खास अंश...
यह भी पढ़ें: पंजाब में कांग्रेस के सामने चुनौतियां, वड़िंग व पूर्व CM चन्नी अपनी सीटों पर फंसे, सिद्धू और बाजवा प्रचार से गायबअब प्रदेश के लोगों ने जब भाजपा को सबक सिखाने के लिए ठान ली है, तो मैं यह दावे से कहा सकता हूं कि माहौल कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में है और हम लोकसभा की चारों सीटों के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव की सभी छह सीटें बड़े अंतर से जीतने जा रहे हैं।
सवाल: आखिर ऐसी नौबत क्यों आई कि आपके 40 विधायकों में से 34 रह गए ?
जवाब: भाजपा ने राजनीतिक मंडी में कांग्रेस पार्टी के छह विधायकों को खरीदा है। हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। अब लोग भाजपा के इस षड्यंत्र से नाराज हैं और एक जून का इंतजार कर रहे हैं। लोगों ने अपना मन पहले ही बना लिया है और बिकने वालों के साथ-साथ खरीदने वालों को भी इसकी सजा देंगे। इस बार का चुनाव भविष्य की राजनीति को एक नई दिशा प्रदान करेगा। लोगों का वोट तय करेगा कि भविष्य में कोई विधायक राजनीतिक मंडी में बिकने की हिम्मत न करे और न ही कोई जन भावनाओं को दोबारा खरीदने का प्रयास करे।
सवाल: कांग्रेस को चुनाव में गारंटियों का कितना लाभ मिलता दिख रहा है?
जवाब: कांग्रेस सरकार ने मात्र सवा साल के अपने कार्यकाल में 10 में से पांच चुनावी गारंटियों को पूरा कर दिया है। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन दी है। महिलाओं को 1500 रुपये देने की योजना शुरू कर दी है। सभी सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू कर दी है। बेरोजगारों के 680 करोड़ रुपये की स्टार्टअप योजना शुरू है।
दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना है। हमने गारंटियों से आगे बढ़कर काम किया है। पिछली भाजपा सरकार ने अपनी पूरे कार्यकाल में मात्र 20 हजार सरकारी नौकरियां दी, जबकि हमने एक वर्ष में 22000 से ज्यादा सरकारी नौकरियों के अवसर पैदा कर दिए हैं।
सवाल: कांग्रेस से बर्खास्त नेता भाजपा ने गले लगा लिए ठीक इसी तरह से कांग्रेस ने भाजपा के नेताओं को पार्टी में शरण दी। नेताओं की अदला-बदली को आप कैसे देखते हैं?
जवाब: कांग्रेस के छह विधायकों को खरीदा और जब एक महीने तक सरकार गिराने में वे नाकाम रहे तो उन्हें भाजपा का टिकट दे दिया। भाजपा के इस कदम से उनके कार्यकर्ता भी घुटन महसूस कर रहे हैं। मैं भाजपा कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि वह अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर कांग्रेस पार्टी को वोट दें। इस चुनाव में प्रदेश की जनता तय करेगी कि उन्हें लीडर चाहिए या डीलर ? उन्हें बिकाऊ विधायक चाहिए या टिकाऊ ?
सवाल: कांग्रेस सरकार किसी तरह के राजनीतिक संकट से दूर बहुमत में है लेकिन विपक्ष की ओर से उड़ाई जा रही अफवाहों को कितनी गंभीरता से लेते हैं?जवाब: भाजपा झूठ और लूट की पार्टी है। जब सत्ता में होते हैं तो प्रदेश को लूटते हैं और जब विपक्ष में जाते हैं तो लोगों को झूठ परोसने का काम करते हैं। कांग्रेस सरकार बाकी का साढ़े तीन साल का कार्यकाल पूरा करेगी और हम प्रदेशवासियों के कल्याण के लिए योजनाएं बनाते रहेंगे भाजपा नेता अपने कार्यकर्ताओं को संगठित रखने के लिए सरकार गिराने की बातें कर रहे हैं लेकिन जयराम ठाकुर का यह सपना कभी पूरा नहीं होगा।
जयराम ठाकुर और उनकी टीम का गणित कमजोर है और हमने तो अपने दो विधायकों को लोकसभा चुनाव में उतारा है। भाजपा को बेशक अपने धनबल का अंहकार होगा लेकिन कांग्रेस को प्रदेश की जनता पर पूरा भरोसा है और इसी जनबल से हम धनबल को हराएंगे।
सवाल: पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल आकर कहा है कि नई सरकार के बाद वह केंद्र से भेजे एक-एक पैसे का हिसाब लेंगे?जवाब: देखिए, प्रधानमंत्री को झूठ बोलना शोभा नहीं देता। हिसाब तो तब लेंगे, जब कुछ दिया हो। आपदा प्रभावितों को विशेष आर्थिक पैकेज के नाम पर केंद्र से एक पैसा नहीं मिला। मैं बार-बार दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री और अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर हिमाचल को विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग करता रहा, लेकिन केंद्र से एक धेला नहीं मिला। जो पैसा मिला है, वह बजट का प्रविधान है और हिमाचल में आपदा अगर नहीं भी आती, तो भी प्रदेश को वह पैसा मिलना ही था।
यही नहीं, हमने आपदा के लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के क्लेम भरकर केंद्र सरकार को भेजे हैं, यह पैसा आपदा प्रभावित परिवारों का हक है, लेकिन हिमाचल के भाजपा नेता इसे जारी करवाने में देरी करवा रहे हैं। केंद्र से कोई भी आर्थिक सहायता न मिलने के बावजूद कांग्रेस सरकार ने अपने सीमित संसाधनों से 4500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज दिया है।देश के इतिहास में पहली बार मुआवजा राशि में कई गुना बढ़ोतरी की गई है। यह मात्र कोई आर्थिक पैकेज नहीं है, बल्कि कांग्रेस सरकार की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता का स्पष्ट प्रमाण है।
सवाल: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों का पलड़ा किस आधर पर भारी रहने वाला है?जवाब: प्रदेश के किसी भी भाजपा सांसद ने इतिहास की सबसे बड़ी आपदा के दौरान हिमाचल के प्रभावित परिवारों को केंद्र से विशेष राहत पैकेज प्रदान करने के लिए एक चिट्ठी तक नहीं लिखी। आज भाजपा प्रत्याशियों से लोग पूछ रहे हैं कि आपदा में वे कहां थे? प्रदेश के विकास में भी भाजपा के तीन सांसदों का कोई योगदान नहीं है, जबकि कांग्रेस सरकार ने प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं बनाईं हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि कांग्रेस के चारों प्रत्याशी बड़े अंतर के साथ विजयी होंगे।
सवाल:आप चुनावी मोर्च पर डटे हुए हैं, देखने में आ रहा है कि सभी मंत्री अपने विधनसभा चुनाव क्षेत्रों तक सीमित होकर रह गए हैं?जवाब: ऐसा नहीं है, पार्टी ने सभी मंत्रियों, विधायकों और कांग्रेस पदाधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं और सभी अपना-अपना दायित्व अच्छे से निभा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी एकजुट है और भाजपा के धनबल का डटकर मुकाबला कर रही है। प्रदेश का मुखिया होने नाते मैं हर जगह प्रचार के लिए जा रहा हूं और लोगों का भरपूर प्यार मुझे मिल रहा है। मुझे लगता है कि कांग्रेस के प्रति जो लहर बनी है, वह भाजपा पर कहर ढाएगी।
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