वो नेता जिसे सिक्के से तौलते थे कार्यकर्ता, अटलजी भी उनके घर पर ठहरते; पहली बार खिलाया था कमल
ठाकुर बलदेव सिंह की गिनती जम्मू-कश्मीर के दिग्गज नेताओं में होती थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी इनके घर पर ठहरते थे। बलदेव सिंह जम्मू-कश्मीर में भाजपा के पहले अध्यक्ष बने थे। प्राथमिक शिक्षा जम्मू के राजपूत स्कूल से हासिल की। जम्मू के प्रिंस ऑफ वेल्स कॉलेज से स्नातक किया था। इसके बाद लाहौर विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा हासिल की थी।
जेएनएन, जागरण। कठुआ जिले के कई नेता ऊधमपुर-कठुआ सीट से ही नहीं, बल्कि जम्मू सीट से भी चुनकर संसद में पहुंच चुके हैं। इनमें एक शख्सियत ठाकुर बलदेव सिंह भी हैं। वर्ष 1977 के चुनाव में वह जनसंघ के सहयोग से निर्दलीय चुने गए थे। वह 1980 और 1987 में हीरानगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पहले विधायक भी चुने गए। जम्मू-कश्मीर में भाजपा के पहला प्रदेश अध्यक्ष बनने का श्रेय भी उन्हीं को है।
लाहौर से हासिल की कानून की शिक्षा
कठुआ जिले के हीरानगर तहसील के सनूरा गांव के निवासी बलदेव सिंह का जन्म पुणे में 30 मई 1918 को हुआ था। उनके पिता सेना में अधिकारी थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जम्मू के राजपूत स्कूल में हुई। स्नातक प्रिंस ऑफ वेल्स कॉलेज जम्मू में करने के बाद लाहौर यूनिवर्सिटी में 1942 में कानून की पढ़ाई की।यह भी पढ़ें: गढ़ बचाने की चुनौती या कुछ और... क्यों अपने क्षेत्र तक सीमित मध्य प्रदेश के ये दिग्गज नेता?
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का किया था स्वागत
वह वर्ष 1948 से 1952 तक महाराजा हरि सिंह के सलाहकार भी रह चुके थे। उनका निधन 25 अगस्त 2008 को हुआ। अटल के करीबी प्रजा परिषद के साथ जुड़कर तब उन्होंने जम्मू-कश्मीर में एक विधान, एक निशान का नारा बुलंद करने वाले डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का लखनपुर में स्वागत किया था।