Lok Sabha Election 2024: दस साल में कितनी बदली मध्य प्रदेश की तस्वीर? जानिए कितना हुआ निवेश और कितनों को मिला रोजगार
Lok Sabha Election 2024 मध्य प्रदेश बीमारू से विकासशील राज्य बनने की ओर अग्रसर है। बीते सालों में प्रदेश ने औद्योगिक क्षेत्र में भी खूब प्रगति की है और लाखों करोड़ का निवेश हासिल किया है। इसके लिए सुधार के भी कई कार्यक्रम लागू किए गए हैं। जानिए किन सरकारी नीतियों का प्रदेश को हुआ फायदा और जनता को कैसे मिला इनसे लाभ।
एमएसएमई में हैं संभावनाएं
3 लाख करोड़ रूपए से अधिक का निवेश
उत्पादों को जीआई टैग दिलाने के प्रयास
इसके अलावा मप्र सरकार की ओर से राज्य के छोटे-छोटे को जीआई टैग दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें आदिवासी इलाकों की पांरपरिक औषधियों से लेकर खाद्यान्न और कलात्मक वस्तुओं से जुड़े उत्पाद शामिल हैं। बता दें कि सबसे अधिक जीआई टैग प्राप्त उत्पाद दक्षिण भारत के हैं। वहीं, मध्य प्रदेश में अब तक 21 उत्पादों को जीआई टैग मिला है।38 लाख से अधिक बेरोजगार
मध्य प्रदेश के रोजगार पोर्टल पर 38,93,149 युवा बेरोजगार के तौर पर पंजीकृत हैं। इनमें से 37,80679 शिक्षित एवं 1,12,470 आवेदक अशिक्षित के रूप में पंजीकृत हैं। सरकार ने राज्य विधानसभा में लिखित उत्तर में बताया है कि बीते तीन सालों में इनमें से केवल 21 बेरोजगारों को ही सरकारी या अर्द्धसरकारी कार्यालयों में रोजगार दिलाया गया है। हालांकि, यह भी बताया गया है कि निजी क्षेत्र की कंपनियों की ओर से बेरोजगार मेलों में 2,51,577 उम्मीदवारों को आफर लेटर दिए गए। चुनाव से जुड़ी और हर छोटी-बड़ी अपडेट के लिए यहां क्लिक करेंप्रदेश में अब तक हुए औद्योगिक सुधार
- उद्योगों की स्थापना के लिए नियम एवं प्रक्रियाओं का सरलीकरण।- इंस्पेक्टर राज को समाप्त करना, जिसके तहत उद्योगों के निरीक्षण की संख्या में कमी की गई। - उद्योगों के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस की समिति का गठन।- एक ही विंडो के माध्यम से विभिन्न विभागों की 46 सेवाओं की अनुमति।- इन्वेस्टमेंट पोर्टल शुरू किया गया, जिसके माध्यम से विभिन्न विभागों की ओर से ऑनलाइन सुविधा/सहायता प्रदान की गई।औद्योगिक विकास के लिए किए गए प्रयास
- इंडस्ट्रियल कारिडोर की स्थापना।- विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र (एसईजेड) की स्थापना। - निर्यात संवर्धन के लिए मप्र ट्रेड प्रमोशन काउंसिल का गठन।- औद्योगिक केंद्रों को राष्ट्रीय राजमार्गों, महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शनों से जोड़ना।- एक ही सेक्टर के उत्पादों के लिए क्लस्टर का विकास।- बड़े उद्योगों के उद्योग परिसर तक सड़क, विद्युत एवं जल अधोसंरचना विकसित करने के लिए हुए व्यय की प्रतिपूर्ति की गई।ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: देश में आदर्श आचार संहिता लागू, किन-किन पर रहेगी पाबंदी ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: आपके राज्य में किस सीट पर कब होगा मतदान, यहां मिलेगी 543 लोकसभा सीटों की पूरी जानकारी"इसमें कोई दो राय नहीं कि मध्य प्रदेश में औद्योगिक माहौल बेहतर हुआ है। अधोसंरचना विकास भी हुआ है, लेकिन अब भी व्यवस्था में सुधार करना होगा। मप्र से निर्यात की व्यवस्था बेहतर करनी होगी। इसके लिए सरकार को बंदरगाह (पोर्ट) तक जाने के लिए माल के भाड़े में सब्सिडी की की व्यवस्था करनी चाहिए। कुछ राज्यों ने इस दिशा में बेहतर काम किया है। टैक्स की दोहरी व्यवस्था बंद होनी चाहिए। अभी नगर निगम और एकेवीएन एक ही काम मेंटेनेंस के नाम पर टैक्स लेते हैं। औद्योगिक इकाइयों के लिए आवश्यक सामग्री जैसे गैस पर सबसे अधिक भारत में वेट है, इसे कम किया जाना चाहिए। कुछ बेसिक सुधार किए जाते हैं तो प्रदेश में औद्योगिक वातावरण और बेहतर होगा।"
राजीव अग्रवाल, अध्यक्ष एसोसिएशन आफ आल इंडस्ट्रीज मंडीदीप।