Mandla Lok Sabha Seat: गडकरी ने मांगी माफी तो लोग सर्च करने लगे मंडला; सांसद ने संसद में दिखाई नोटों की गड्डी
Mandla Lok Sabha Chunav 2024 updates देश की सभी राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटी हैं। ऐसे में आपके लिए भी अपनी लोकसभा सीट और अपने सांसद के बारे में जानना भी जरूरी है ताकि इस बार किसको जिताना है इसे लेकर कोई दुविधा न हो। आज हम आपके लिए लाए हैं मंडला लोकसभा सीट और यहां के सांसद के बारे में पूरी जानकारी...
आदिवासी और महिला मतदाताओं का ज्यादा प्रभाव
किन नेताओं का रहा दबदबा?
स्वतंत्रता के बाद हुए लोकसभा चुनावों में मंडला सीट की राजनीति में तीन नेताओं- कांग्रेस के मगरू गनु उइके, मोहनलाल झिकराम और भाजपा के फग्गन सिंह कुलस्ते के इर्द-गिर्द ही घूमती रही है। वर्ष 1952 से 1971 तक के चुनावों में लगातार कांग्रेस के मंगरू गनु उइके इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे।निजी स्कूल शिक्षक से केंद्रीय मंत्री तक का सफर
फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला संसदीय क्षेत्र से अब तक छह बार सांसद निर्वाचित होकर अलग-अलग विभागों के केंद्रीय मंत्री का दायित्व भी संभाल चुके हैं। वर्ष 1996, 1998, 1999, 2004, 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों को हराया। मंडला जिले के छोटे-से गांव बावलिया निवासी फग्गन सिंह कुलस्ते गांव में ही एक निजी स्कूल में शिक्षक थे। इसके बाद भाजपा से टिकट मिलने पर विधानसभा चुनाव में जीते और अब भाजपा में बड़ा आदिवासी चेहरा हैं। फग्गन सिंह कुलस्ते वर्ष 2004 और 2010 (दो कार्यकाल) में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।गडकरी की माफी से चर्चा में आया था मंडला
नवंबर, 2022 में जबलपुर-मंडला सड़क निर्माण में लापरवाही पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंच से माफी मांगी थी। गडकरी ने निर्माण के बचे काम को लेकर एजेंसी को निलंबित करने का भी निर्देश दिया। जबलपुर-मंडला के बीच बन रही टू-लेन सड़क निर्माण के काम पर उन्होंने नाखुशी जताई थी। उन्होंने कहा था कि बरेला से मंडला तक 400 करोड़ रुपये की लागत से 63 किमी का टू-लेन रोड बन रहा है, इससे संतुष्ट नहीं हूं। अगर गलती है तो इसके लिए माफी भी मांगनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि पुराने काम की मरम्मत करो, नया टेंडर निकालो। जल्दी यह रोड अच्छा और पूरा करके दो। अभी तक जनता को जो असुविधा हुई है, इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं।कुलस्ते ने भी संसद में लहराए थे नोट
वर्ष 2008 में केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार से वामदलों ने समर्थन वापस ले लिया था। संसद में विश्वास मत हासिल करने की बहस के दौरान भाजपा के तीन सांसदों ने एक करोड़ रुपये के नोटों की गड्डियां दिखाई थीं। उनका आरोप था कि मनमोहन सरकार ने एक दिग्गज नेता के माध्यम से उनके मत को खरीदने की कोशिश की थी। इन सांसदों में फग्गन सिंह कुलस्ते भी शामिल थे।मंडला की ताकत
- कुल मतदाता- 20,74,957
- पुरुष मतदाता- 10,38,216
- महिला मतदाता-10,36,706थर्ड जेंडर- 35
मंडला लोकसभा सीट में कितनी विधानसभा शामिल?
मंडला, बिछिया, निवास, डिंडौरी, शहपुरा, गोटेगांव, लखनादौन और केवलारी समेत आठ विधानसभा शामिल हैं।अब तक इन्होंने किया प्रतिनिधित्व
साल | सांसद | पार्टी |
1952 | मगरू गनु उइके | कांग्रेस |
1957 | मगरू गनु उइके | कांग्रेस |
1962 | मगरू गनु उइके | कांग्रेस |
1967 | मगरू गनु उइके | कांग्रेस |
1971 | मगरू गनु उइके | कांग्रेस |
1977 | श्यामलाल धुर्वे | भारतीय लोकदल |
1980 | छोटेलाल उईके | कांग्रेस |
1984 | मोहनलाल झिकराम | कांग्रेस |
1885 | मोहनलाल झिकराम | कांग्रेस |
1989 | मोहनलाल झिकराम | कांग्रेस |
1991 | मोहनलाल झिकराम | कांग्रेस |
1996 | फग्गन सिंह कुलस्ते | भाजपा |
1998 | फग्गन सिंह कुलस्ते | भाजपा |
1999 | फग्गन सिंह कुलस्ते | भाजपा |
2004 | फग्गन सिंह कुलस्ते | भाजपा |
2009 | बसोरी सिंह मसराम | कांग्रेस |
2014 | फग्गन सिंह कुलस्ते | भाजपा |
2019 | फग्गन सिंह कुलस्ते | भाजपा |
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