Lok Sabha Election 2024: पीएम मोदी ने 10 साल में 44 बार किया काशी का दौरा, बनारस के विकास पर क्या बोला मुस्लिम समाज?
Lok Sabha Election 2024 बनारस का मुस्लिम समाज भी तरक्की महसूस कर रहा है। 2014 के बाद से शहर की हालत काफी बदली हैं। वहीं मोदी सरकार की योजनाओं से काशी के मुस्लिम समाज के जीवनस्तर में बदलाव आ रहा है। अब मुस्लिम समाज भी धार्मिक मुद्दों से हटकर विकास और रोजगार के पैमाने पर सियासत को तौल रहा है।
हमीदुल्लाह सिद्दीकी, इन्किलाब, वाराणसी/लखनऊ। एक जून को अंतिम चरण में जब मतदान होगा तो इसमें वाराणसी लोकसभा सीट भी शामिल होगी। वाराणसी चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संसदीय सीट है और वह तीसरी बार यहां से उम्मीदवार हैं, इसलिए इस पर पूरे देश की निगाहें हैं। देश में आध्यात्मिक और आस्था की धुरी कही जाने वाली काशी नगरी को विश्व में सबसे पुराना शहर होने की ख्याति भी प्राप्त है।
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काशी को गालिब ने कहा चिराग-ए-दैर
इस शहर के बारे में नजीर बनारसी ने लिखा था,’ हमने तो नमाजें भी पढ़ी हैं अक्सर, गंगा तेरे पानी से वजू कर के’। मिर्जा गालिब ने इस शहर को चिराग-ए-दैर (मंदिर का दीपक) कहा। बाबा तुलसी और मुंशी प्रेमचंद, पंडित बिरजू महाराज, उस्ताद बिस्मिल्लाह खां और कई अन्य अनमोल रत्नों की गूंज यहां की फिजाओं में है।बदलाव को महसूस कर रहा मुस्लिम समाज
बीते 10 वर्ष से काशी बदल रही है। यहां के बारे में कहा जाता है कि लोगों ने दो बार सीधे पीएम का चुनाव किया है। काशी का मुस्लिम समाज भी मोदी सरकार के विकास कार्यों व कल्याणकारी योजनाओं से न केवल परिचित है बल्कि उनसे इत्तिफाक रखते हुए जीवन में हो रहे सुखद बदलावों को महसूस भी कर रहा है।
विकास और रोजगार के पैमाने पर सियासत को तौल रहा मुस्लिम समाज
यह बात सच है कि यहां के मुस्लिमों के लिए कोई भी पार्टी या नेता सर्वमान्य नहीं रहा है। परिस्थितियां और समीकरण देखकर मुसलमान गैर-मुस्लिम नेताओं व पार्टियों पर भरोसा करता आया है। कुछ पार्टियों पर यह आरोप भी लगता रहा है कि वह मुसलमानों को भाजपा का डर दिखाकर उनका वोट हासिल करती हैं, लेकिन अब मुसलमान भी धार्मिक मुद्दों से हटकर विकास और रोजगार के पैमाने पर सियासत को तौल रहा है।10 साल में मोदी ने किए 44 दौरे
बीते पखवाड़े नामांकन कराने से पहले पीएम मोदी ने 10 वर्ष में लगभग 44 बार काशी का दौरा किया और आस्था के साथ स्वास्थ्य, परिवहन और शिक्षा को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया। स्मार्ट सिटी परियोजना का काम तेजी से हो रहा है। इसके साथ ही पीएम आवास योजना, मुद्रा योजना, जन धन योजना, उज्ज्वला योजना, अटल पेंशन योजना, स्टार्टअप इंडिया और कौशल विकास जैसी लगभग 135 से ज्यादा ऐसी योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से देश के अन्य समुदायों की तरह मुस्लिमों को भी तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।