Lok Sabha Election 2024: पंजाब की इस सीट पर धर्मसंकट में मतदाता, सभी आम जनता के नेता; किसको चुनें और किसको छोड़ें
Lok Sabha Election 2024 पंजाब की पटियाला लोकसभा सीट पर मतदाता धर्मसंकट में फंसे हैं। यहां सभी दलों ने आम जनता से जुड़े नेताओं को सियासी रण में उतारा है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि किसको मतदाताओं का साथ मिलता है। भाजपा से परनीत कौर आप से डॉ बलबीर सिंह कांग्रेस से डॉ. धर्मवीर गांधी और शिअद से एनके शर्मा चुनाव मैदान में हैं।
जागरण, पटियाला। कांग्रेस के गढ़ के रूप में जानी जाती पटियाला लोकसभा सीट के लोगों को इस बार चुनाव में यह समझ में नहीं आ रहा है कि किसको चुनें और किसको छोड़ें। इसका कारण यह है कि मैदान में उतरे आप, भाजपा, कांग्रेस और शिअद प्रत्याशियों की छवि आम आदमी के काम आने वाले नेता की है। इस पर पटियाला से राज्य ब्यूरो प्रमुख इन्द्रप्रीत सिंह की विशेष रिपोर्ट...
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घन्नौर विधानसभा का गांव आकड़ी पिछले दिनों काफी चर्चा में आ गया। गांव के सुरिंदर सिंह की अचानक मौत हो गई थी। वह कांग्रेस से भाजपा में आई प्रत्याशी परनीत कौर का विरोध करने किसानों के साथ पास के गांव में ही गया था।
आकड़ी को जाती जिस सड़क पर सिर्फ अमावस्या और संक्रांति के दिन ही भीड़ होती है, वहां अचानक से मीडिया, भाजपा विरोधी नेताओं और किसान संगठनों की गाड़ियां दनदनाने लगीं। इस सड़क पर प्रसिद्ध ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नीम साहिब बना है, जो आकड़ गांव में पड़ता है।
सड़क के गड्ढे किसी को नहीं दिख रहे
गुरुद्वारा साहिब को पार करते ही बाईं ओर मुड़ने पर गांव आकड़ी आता है, जहां सुरिंदर सिंह की मौत हुई थी। तीन दिन की मशक्कत के बाद किसानों का विरोध शांत हुआ। विरोधी पार्टियों को भाजपा को कोसने के लिए प्लेट में रखा मुद्दा मिल गया, लेकिन आकड़ी गांव की ओर जाती शंकरपुर और आकड़ के बीच की सड़क पर 50 फुट से ज्यादा बड़े और 10 फुट गहरे गड्ढे को कोई नहीं देख रहा। यह न तो किसी सत्तारूढ़ पार्टी के एजेंडे में है और न ही विपक्षी पार्टियों के...आखिर पांच से 10 गांवों को जोड़ने वाली इस सड़क के बीच पिछले लगभग एक वर्ष से पड़े इस गड्ढे के मुद्दे को उठाकर कौन से वोट पड़ने हैं।कोई नहीं उठा रहा सड़क का मुद्दा
यह पिछले साल जुलाई में हुई बरसात में सड़क बह जाने के कारण बन गया, लेकिन इन गांव वालों की तकलीफ समझने की किसी को जरूरत नहीं है। गुरुद्वारा साहिब में कारसेवा वाले बाबा अमरीक सिंह ने इस गड्ढे के साथ कच्ची सड़क बना दी है जो एक बरसात में फिर खत्म हो सकती है, लेकिन तब तक काम चल रहा है। पटियाला संसदीय सीट पर न जाने ऐसी कितनी सड़कें हैं, लेकिन इस मुद्दे को कोई नहीं उठा रहा।