Lok Sabha Election 2024 वाराणसी में चार लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं जिसकी 16 विधानसभा सीट में 2022 में भाजपा की करारी हार हुई। भाजपा गाजीपुर लोकसभा की पांचों विधानसभा क्षेत्र समेत जिले की सभी सात सीटें हार गई। भाजपा और सहयोगी दल ने वाराणसी की सभी आठ मीरजापुर की पांच सीटें जीत ली थी। इसलिए यहां आगामी लोकसभा चुनाव में बहुत दिक्कत नहीं होगी। वैसे राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है।
By Ashok SinghEdited By: Prince SharmaUpdated: Sat, 16 Dec 2023 02:00 AM (IST)
अशोक सिंह, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 दिसंबर को आदर्श विकास खंड सेवापुरी के बरकी में जनसभा करेंगे। यह स्थान भदोही, मीरजापुर, मछली शहर लोकसभा से सीधे जुड़ा है। साथ ही यहां का संदेश चंदौली, जौनपुर और गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र तक जाएगा।
इनमें से चार लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं जिसकी 16 विधानसभा सीट में 2022 में भाजपा की करारी हार हुई। भाजपा गाजीपुर लोकसभा की पांचों विधानसभा क्षेत्र समेत जिले की सभी सात सीटें हार गई। पार्टी इसे गंभीरता से ले रही है। जनसभा स्थल से प्रधानमंत्री भाजपा कार्यकर्ताओं को इन लोकसभा क्षेत्रों को जीतने का मंत्र देंगे।
इन सीटों की महत्ता को इस बात से समझा जा सकता है कि भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह काशी में डेरा डाले हैं।
गाजीपुर लोकसभा सीट भाजपा के लिए आसान नहीं
उन्होंने जिलों के पदाधिकारियों की बुलाकर उन्हें जीत का परिणाम देने के लिए जुट जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कम समय में अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता है। भाजपा और सहयोगी दल ने वाराणसी की सभी आठ, मीरजापुर की पांच सीटें जीत ली थी। इसलिए यहां आगामी लोकसभा चुनाव में बहुत दिक्कत नहीं होगी। वैसे राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है।
अब सुभासपा भाजपा के साथ है तो सपा के साथ बसपा नहीं है।
गाजीपुर में हो गया था पार्टी का सफाया
लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव गाजीपुर भाजपा के लिए टेढ़ीखीर बना हुआ है। भाजपा यहां 2019 तो हारी ही 2022 में जनपद की सभी सात सीटें सदर, जमानियां, जंगीपुर, सैदपुर, जखनियां, जहुराबाद और मोहम्मदाबाद हार गई। सपा और सुभासपा ने भाजपा का साफ कर दिया। ऐसे में गाजीपुर लोकसभा सीट भाजपा के लिए आसान नहीं है
।
जीत-हार का अंतर मतगणना के दौरान रहा झुलता
भदोही सीट की विधानसभाओं में मिली थी कड़ी टक्कर
भाजपा के रमेश चंद बिंद लोकसभा चुनाव 2019 भले ही जीत गए लेकिन इसके अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र भदोही, हड़िया और प्रतापपुर हार गई। भाजपा को मात्र औराई और निषाद पार्टी को ज्ञानपुर सीट मिली। ऐसे में मामला कड़े मुकाबले वाला होगा।
मछलीशहर का परिणाम झुलता रहा जीत-हार के बीच
जौनपुर की मछलीशहर सीट भाजपा 2019 में जीत गई लेकिन जीत-हार का अंतर मतगणना के दौरान झुलता रहा।
जौनपुर में भी नहीं मिली सफलता
भाजपा के बीपी सरोज मात्र 181 मतों से जीत हासिल कर सके। इतना ही नहीं 2022 चुनाव में इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली केराकत व मछलीशहर विधानसभा सीट सपा और जफराबाद सुभासपा जीती। भाजपा व अद को मड़ियाहू व वाराणसी की पिंडरा सीट से संतोष करना पड़ा। ऐसे में लड़ाई कठिन है।
कांटे के मुकाबले में भी जौनपुर में नहीं मिली सफलता
भाजपा जौनपुर सीट 2019 में तो हारी ही थी उसे विधानसभा चुनाव 2022 चुनाव में भी काटें की टक्कर का सामना करना पड़ा था। इसमें शामिल विधानसभा क्षेत्र मुगराबादशाहपुर व मलहनी जीत ली।
भाजपा सदर व बदलापुर तथा निषाद पार्टी शाहगंज तो जीती लेकिन तीनों सीटों पर जीत का अंतर बहुत कम था।
शिवपुर व अजगरा की बदौलत चंदौली में मिली जीत
चंदौली संसदीय सीट की जीत में बड़ा योगदान वाराणसी की अजगरा व शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में मिले वोट का रहा। इसके अंतर्गत आने वाली सैयदराजा व मुगलसराय भले ही भाजपा जीत गई लेकिन सकलडीहा पर सपा का परचम लहराया। ऐसे में सेवापुरी से लगे शिवपुर सीट के रास्ते चंदौली तक प्रधानमंत्री का जीत का संदेश जाएगा।
यह भी पढ़ें- Afzal Ansari: उपचुनाव न कराने की ‘चूक’ ने अफजाल को दिलाई ‘जीत’, सुप्रीम कोर्ट ने की ये टिप्पणीयह भी पढ़ें- Mukhtar Ansari: माफिया मुख्तार अंसारी को सवा साल में सातवीं सजा, कोर्ट में विचाराधीन है 21 मामले