Lok Sabha Election 2024: ये हैं छठे चरण के सबसे गरीब प्रत्याशी, संपत्ति जानकर चौंक जाएंगे आप
Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव के छठे चरण के उम्मीदवारों को लेकर एडीआर ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसके अनुसार इस चरण के कुल उम्मीदवारों में से 39 फीसदी करोपति हैं लेकिन दूसरी तरफ एक प्रत्याशी के पास इतनी कम संपत्ति है कि आप जानकर भी यकीन नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा कई उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। लोकसभा के छठे चरण में चुनाव लड़ने वालों में जहां कुछ उम्मीदवारों के पास करोड़ों की संपत्ति हैं तो वहीं एक उम्मीदवार ऐसा भी हैं, जिसकी संपत्ति 10 रुपये से भी कम है। एसोसिएशन फार डेमोक्रटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। चुनाव पूर्व राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए हलफनामों के आधार पर यह रिपोर्ट जारी की गई है। गौरतलब है कि छठे चरण का चुनाव 25 मई को होगा।
ये हैं सबसे गरीब उम्मीदवार
रिपोर्ट के अनुसार रोहतक के एक स्वतंत्र उम्मीदवार मास्टर रणधीर सिंह का नाम सबसे कम संपत्ति की घोषणा करने वाले उम्मीदवारों में शीर्ष पर है। उन्होंने दो रुपये की संपत्ति घोषित की है। इसके बाद प्रतापगढ़ में एसयूसीआई (सी) के उम्मीदवार राम कुमार यादव हैं, जिन्होंने 1,686 रुपये की संपत्ति घोषित की है।
39 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति
एडीआर के अनुसार छठे चरण में चुनाव लड़ रहे 866 उम्मीदवारों में से 338 (39 प्रतिशत) करोड़पति हैं, जिनकी औसत संपत्ति 6.21 करोड़ रुपये है। सबसे अधिक संपत्ति कुरूक्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार नवीन जिंदल की 1,241 करोड़ रुपये घोषित की गई है। उनके बाद संतरूप मिश्रा की 482 करोड़ रुपये और सुशील गुप्ता की 169 करोड़ रुपये है। लगभग 411 (47 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में देनदारियों की घोषणा की है।ये भी पढ़ें- लगातार टूटती गई 139 साल पुरानी कांग्रेस, शरद पवार से ममता बनर्जी तक जानिए किन दिग्गजों ने तोड़ा नाता और बना ली अपनी पार्टी?
राजनीति में अपराध
- 180 पर चल रहे हैं आपराधिक मामले।
- कुल 866 उम्मीदवारों में से 141 (16 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
- 12 उम्मीदवारों ने ऐसे मामलों की घोषणा की है, जिनमें उन्हें दोषी ठहराया गया है।
- 6 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
- 21 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
- 24 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
- 16 उम्मीदवारों ने नफरत फैलाने वाले भाषण से संबंधित मामले घोषित किए हैं।
- कुल 21 प्रतिशत ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले घोषित किए हैं।