Raebareli Seat: कैसे हो भइया! कैसी हो माई...नामांकन के बाद रायबरेली नहीं आए राहुल; प्रियंका दे रहीं रिश्तों की दुहाई
Lok Sabha Election 2024 रायबरेली में प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी का प्रचार अभियान संभाल लिया है। वे दादी इंदिरा और पिता राजीव गांधी के संबंधों की याद दिलाने के साथ न्याय पत्र की घोषणाओं पर जोर दे रही हैं। दो दिनों में प्रियंका ने यहां 41 नुक्कड़ सभाएं की हैं। छह मई से प्रियंका गांधी रायबरेली में डटीं हैं।
अम्बिका वाजपेयी, रायबरेली। देर से आने के लिए माफी चाहती हूं। लंबा भाषण दूं या छोटा ? प्रियंका के सवाल पर जनसमूह से आवाज आती है, जितना मन हो बोलिए। चिर-परिचित मुस्कान देकर प्रियंका पूछती हैं, मेरे भैया राहुल को आप लोग जानते हैं? भीड़ से उत्तर आता है, हां देश के नेता हैं?
प्रियंका कहती हैं, वही देश का नेता आप लोगों के लिए चार हजार किलोमीटर पैदल चलता है और आपके प्रधानमंत्री के कपड़ों पर धूल नहीं, एक बाल इधर से उधर नहीं,आपको नेता चाहिए या राजा ? उत्तरपारा की नुक्कड़ सभा में इस तरह का संवाद करने के बाद उनका काफिला चलता है कुचरिया की ओर। वहां भी इसी तरह के सवाल-जवाब और जनता से संवाद।
यह भी पढ़ें: कंगना रनौत के खिलाफ उतरे विक्रमादित्य के पास है इतनी संपत्ति, डेढ़ करोड़ रुपये की देनदारी भी
मंच से उतरते ही कोने में खड़ी कुछ महिलाओं की तरफ बढती हैं। एक का हाथ पकड़कर पूछती हैं, कैसी हो माई। जवाब आता है, अच्छी हूं। महिला के दोनों हाथ पकड़कर पूछती हैं, महंगाई बहुत बढ़ गई है न ? प्रियंका के हाथ में तो महिला के हाथ होते हैं, लेकिन दर्जनों हाथ इस पल को मोबाइल में कैद करने लगते हैं।
चर्चा में प्रियंका की प्रचार शैली
किसी के घर में अचानक पहुंचकर महिलाओं से बच्चों की पढ़ाई और महंगाई पर बात तो किसी दुकान पर जाकर कारोबार की बात। पिछले चार दिन से प्रियंका गांधी की यह प्रचार शैली जिले में चर्चा का विषय है।गाड़ी चढ़ते समय एक युवक की नमस्ते का जवाब देकर पूछती हैं, कैसे हो भइया? हर भाषण में इंदिरा और राजीव की जिक्र करके वह रिश्तों की दुहाई देना नहीं भूलतीं। धुर कांग्रेसी उनमें इंदिरा की छवि देखकर मुदित हैं तो विरोधी कहते हैं कि चुनाव के समय ही रायबरेली याद आती है, पिछले पांच साल तो कोई नजर नहीं आया।