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Lok Sabha Election 2024: राजस्थान की इस सीट पर दिलचस्प हुई लड़ाई, निर्दलीय ने बढ़ाई भाजपा-कांग्रेस की टेंशन

Rajasthan Lok Sabha Election 2024 राजस्थान में बाड़मेर-जैसलमेर की रेतीली धरती यूं तो गर्म है पर राजनीति का पारा चढ़ने से यह और तप रही है। यहां शुरुआत में भाजपा-कांग्रेस के बीच ही संघर्ष दिख रहा था लेकिन अब परिदृश्य में एक निर्दलीय उम्मीदवार की भी एंट्री हो गई है जिसने दोनों दलों की चिंता बढ़ा दी है। पढ़ें रिपोर्ट-

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 21 Apr 2024 11:39 AM (IST)
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Lok Sabha Election 2024: बाड़मेर-जैसलमेर से भाजपा ने कैलाश चौधरी एवं कांग्रेस ने उम्मेदाराम को मैदान में उतारा है।
नरेंद्र शर्मा, जयपुर। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में राजस्थान की जिन 13 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होना है, उनमें बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर सबकी नजरें हैं। पाकिस्तान से सटे इस क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी का भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी एवं कांग्रेस के प्रत्याशी उम्मेदाराम से मुकाबला है।

चुनाव की घोषणा होने तक यहां कांग्रेस-भाजपा में आमने-सामने का संघर्ष दिख रहा था, लेकिन भाटी ने चुनाव को त्रिकोणीय और दिलचस्प बना दिया। करीब चार महीने पहले निर्दलीय जीतकर विधानसभा पहुंचने वाले भाटी की रैलियों में उमड़ रही भीड़ ने भाजपा और कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है।

छात्र राजनीति से शुरुआत

छात्र राजनीति से भाटी अब संसदीय राजनीति में आने की कोशिश में जुटे हुए हैं। उनकी रैलियों में जिस तरह से भाजपा के परंपरागत मतदाता राजपूत और कांग्रेस के परंपरागत वोटबैंक माने जाने वाले मुस्लिम शामिल हो रहे हैं, उससे दोनों दलों को वोटबैंक खिसकने का डर सता रहा है। अपने - अपने वोटबैंक को साधने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से जातिगत आधार पर नेताओं को बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र में जिम्मा सौंपा है।

दोनों दलों के निशाने पर भाटी

भाटी को मिल रहे समर्थन से कांग्रेस- भाजपा दोनों पार्टियों की सांसें फूली हैं। दोनों के निशाने पर भाटी हैं। दोनों ही पार्टियों के नेता और प्रत्याशी एक-दूसरे को घेरने के बजाय भाटी पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस के कुछ मुस्लिम नेता खुलकर भाटी के समर्थन की बात कर चुके हैं।

पूर्व मंत्री एवं कांग्रेसी अमीन खान ने भाटी को पुत्र समान बताया तो मुस्लिम समाज का रुझान उनकी तरफ बढ़ा है। जोधपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रहे भाटी को युवाओं का भी समर्थन मिलता दिख रहा है। इससे भी भाटी का उत्साह बढ़ हुआ है।

पीएम मोदी की प्रशंसा

भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी और पार्टी के नेता अपने भाषणों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने के लिए कैलाश को जिताने की अपील की जा रही है। भाटी भी खुद अपने भाषणों में मोदी की प्रशंसा कर रहे हैं। भाटी ने पिछले दिनों एक पोस्टर जारी किया, जिसमें उन्होंने मोदी की फोटो छपवाई। पोस्टर पर लिखा- मैं हूं मोदी का परिवार। भाजपा ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की है। भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य योगेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि अब हम कानूनी कदम उठाएंगे।

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जातिगत और राजनीतिक समीकरण

बाड़मेर-जैसलमेर में 21 लाख 60 हजार मतदाता हैं। इनमें साढ़े चार लाख जाट और करीब तीन लाख राजपूत हैं। मुस्लिम समाज के दो लाख 70 हजार, अनुसूचित जाति और जनजाति के चार लाख, अन्य पिछड़ा वर्ग के साढ़े छह लाख एवं अन्य समाजों के दो लाख मतदाता हैं। भाजपा के प्रत्याशी कैलाश और कांग्रेस के उम्मेदाराम दोनों जाट समाज से आते हैं। भाटी राजपूत समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं।

जाट समाज के वोटरों का कांग्रेस और भाजपा में बंटने और मुस्लिम व राजपूत समाज का बढ़ता रुझान भाटी को मनोबल बढ़ा रहा है। कैलाश के केंद्र में मंत्री रहते हुए विकास कार्यों में कमी के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। उम्मेदाराम टिकट मिलने से दो दिन पहले रालोपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इस कारण कांग्रेसियों में भी नाराजगी है। दोनों दलों के नाराज नेता व कार्यकर्ता भाटी के साथ खड़े दिख रहे हैं।

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