BJP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी मध्य प्रदेश की यह सीट, अब अमित शाह संभालेंगे मोर्चा; 16 अप्रैल को करेंगे रोड शो
Lok Sabha Election 2024 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जबलपुर में रोड शो के बाद अब मध्य प्रदेश में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रोड शो करेंगे। 16 अप्रैल को रोड शो आयोजित किया जाएगा। 19 अप्रैल को मध्य प्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान होगा। 17 अप्रैल की शाम से यहां प्रचार अभियान थम जाएगा। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा का खास फोकस है।
जेएनएन, भोपाल। मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को भाजपा ने अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। यह मध्य प्रदेश की इकलौती लोकसभा सीट है जिसे भाजपा मोदी लहर में भी जीत नहीं सकी। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
मगर छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस के नकुल नाथ ने बाजी मारी थी। नकुल नाथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के बेटे हैं। इस चुनाव में भी वे मैदान में हैं। भाजपा ने यहां से विवेक बंटी साहू को अपना प्रत्याशी बनाया है।
छिंदवाड़ा में रोड शो करेंगे अमित शाह
19 अप्रैल को छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर मतदान होगा। 17 अप्रैल की शाम यहां प्रचार थम जाएगा। इससे एक दिन पहले यानी 16 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा में रोड शो करेंगे। रोड शो फव्वारा चौक से शुरू होगा और छोटी बाजार तक चलेगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव में भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जुन्नारदेव और छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्रों में जनसभा की थी।यह भी पढ़ें: हरियाणा में कांग्रेस का नहीं सुलझा टिकटों का विवाद, इन सीटों पर फंसा पेंच; बैठक में नहीं पहुंचे सुरजेवाला और सैलजा
क्या छिंदवाड़ा का चक्रव्यूह भेद पाएगी भाजपा?
छिंदवाड़ा में भाजपा का खास फोकस है। कैलाश विजयवर्गीय ने यहां मोर्चा संभाल रखा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव यहां आठ बार आ चुके हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी रैली कर चुके हैं। भाजपा का इस सीट पर खास फोकस है। वह छिंदवाड़ा का चक्रव्यूह भेदना चाहती है।छिंदवाड़ा का सियासी इतिहास
छिंदवाड़ा से मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ नौ बार सांसद रह चुके हैं। उनकी पत्नी अल्का नाथ भी यहां से एक बार सांसद रही हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में पहली बार कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ ने जीत दर्ज की थी। भाजपा इस सीट पर सिर्फ एक बार जीत दर्ज कर पाई है। 1997 में भाजपा प्रत्याशी सुंदरलाल पटवा ने कमल नाथ को हराया था। इस बार कमल नाथ परिवार के सामने भी चुनौती है। कई करीबी साथ छोड़ चुके हैं। कई ने भाजपा का दामन थाम लिया है।
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