Lok Sabha Election 2024: 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ये दिग्गज नहीं बचा सके थे साख, सिंधिया भी हारे थे सियासी 'राजधानी'
पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा था। कई नेता तो अपना गढ़ भी नहीं बचा सके थे। इस बार कांग्रेस काफी मंथन के बाद प्रत्याशियों का चयन कर रही है। पार्टी ने29 में से सिर्फ 10 उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी एक बार फिर दिग्गजों को मैदान में उतारना चाहती है लेकिन कोई राजी नहीं दिख रहा है।
जब सिंधिया भी हारे अपनी 'राजधानी'
2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में थे। उन्हें भी गुना- शिवपुरी सीट से हार का सामना करना पड़ा था। गुना-शिवपुरी को सिंधिया का गढ़ कहा जाता है। मगर भाजपा के प्रत्याशी ने उन्हें भी शिकस्त दी। दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया,अरुण यादव और विवेक तन्खा जैसे बड़े नेताओं को भी भाजपा प्रत्याशियों ने बड़े अंतर से पराजित किया था।लंबा मंथन करने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस ने परिवार और जातिवाद के आधार पर रेत के किले बनाए थे वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकासवाद और राष्ट्रवाद की मजबूत लहरों के आगे ढह गए हैं। इस लोकसभा चुनाव में बचे हुए कांग्रेस के इस तरह के नेताओं की जमानत जब्त होगी और ऐतिहासिक मत प्रतिशत से भाजपा सभी 29 लोकसभा सीटों पर विजयी होंगे। - आशीष अग्रवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी, मप्र भाजपा।
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