Lok Sabha Election 2024: अधीर की डबल हैट्रिक की राह में यूसुफ पठान, पहली बार बहरामपुर में TMC के इस दांव की चर्चा
Lok Sabha Election 2024 पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट पर चौथे चरण में चुनाव है। यहां दिग्गज कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने क्रिकेटर यूसुफ पठान को उतारा है। इस सीट में लगभग 52 फीसदी मुस्लिम आबादी है। भाजपा ने निर्मल साहा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। बंगाल में इस बार दो क्रिकेटरों की सियासी साख दांव पर है।
विनय मिश्र, मुर्शिदाबाद l तृणमूल कांग्रेस के युवराज कहे जाने वाले अभिषेक बंदोपाध्याय राजनीति में अभी नए हैं और अन्य युवाओं की तरह वह भी - चलो कुछ कर के दिखा देते हैं– टाइप फैसले लेते हैं। अरब सागर के किनारे वाले क्रिकेटर यूसुफ पठान को बंगाल की खाड़ी के पास बहरमपुर में लड़ा देने का आइडिया भी उन्हीं का था।
ऐसे हुई यूसुफ की राजनीति में एंट्री
अभिषेक बंदोपाध्याय ने यूसुफ से टाइम लेने की कोशिश की। कई संदेश भिजवाए। मिलने की कोशिश की। कई प्रयास के बाद सफल रहे। मिलने में और मनाने में भी। फिर गोपनीयता रखी गई। कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में घोषणा हुई। भारतीय और आईपीएल की केकेआर टीम से खेल चुके यूसुफ अपनी राजनीतिक पारी खेलने पहुंच गए।
बंगाल में दो क्रिकेटर चुनाव मैदान में
बंगाल में इस बार दो क्रिकेटर चुनाव लड़ रहे। दुर्गापुर से कीर्ति आजाद और बहरामपुर से यूसुफ। यूसुफ तो बंगाल की राजनीति के ब्रेट ली कहे जाने वाले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के मुकाबले उतरे हैं। 1999 से पांच बार अधीर रंजन यहां से जीते हैं। इस बार जीतेंगे तो डबल हैट्रिक होगी।पहली बार मजबूत मुस्लिम प्रत्याशी
52 प्रतिशत मुस्लिम आबादी वाले इस क्षेत्र में उनके खिलाफ पहली बार कोई मजबूत मुस्लिम प्रत्याशी खड़ा है। तृणमूल की रणनीति है मुस्लिम वोट के सहारे ऐसे दुश्मन को परास्त करना, जो बहुत बोलता है। बंगाल की राजनीति में दो ही ऐसे नाम हैं, जिन्हें सुनकर ममता को गुस्सा आता है। एक अधीर और दूसरा भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी।
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अधीर अभिषेक को ‘खोका बाबू’ कहते हैं। बांग्ला में छोटे बच्चे को खोका कहते हैं। राजनीति के इसी बच्चे ने अधीर रंजन को लंबा स्पेल लेकर गेंद डालने पर मजबूर कर दिया है। पहली बार अधीर को जनता को विकास और रोजगार समझाना पड़ रहा है।