किसी ने टिकट लौटाया तो किसी ने बनाया बहाना, इस राज्य में चुनाव लड़ने से कन्नी काट रहे कांग्रेसी दिग्गज नेता
Lok Sabha Election 2024 Update देश में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हैं। सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रचार-प्रसार में जुटी हैं। कांग्रेस पार्टी से मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम भूपेश बघेल जैसे दिग्गज नेता चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन राजस्थान का कोई वरिष्ठ नेता चुनाव मैदान में नहीं उतरा है।
नरेंद्र शर्मा, जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस नेताओं की लोकसभा चुनाव लड़ने की अनिच्छा लगातार सामने आ रही है। साल 2014 और 2019 में प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की हार के बाद प्रदेश के वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ने से कन्नी काट रहे हैं।
मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम भूपेश बघेल जैसे दिग्गज नेता चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन राजस्थान का कोई वरिष्ठ नेता चुनाव मैदान में नहीं उतरा है।
कांग्रेस आलाकमान की इच्छा के बावजूद पूर्व सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, जितेंद्र सिंह व प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। गहलोत ने अपने बेटे वैभव गहलोत को जालौर-सिरोही सीट से टिकट दिलवाया है।
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नेताओं को सता रहा हार का डर!
पिछले दो चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के नेताओं में अज्ञात भय नजर आ रहा है। यही कारण है कि एक प्रत्याशी ने तो टिकट घोषित होने के बाद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और दो प्रत्याशियों ने सार्वजनिक रूप से कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी संकट में है और ऊपरी दबाव के कारण वे मैदान में उतरे हैं।पार्टी नेताओं के चुनाव लड़ने के प्रति अनिच्छा जताने पर कांग्रेस नेतृत्व को मजबूरी में नागौर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) और सीकर में माकपा से समझौता करना पड़ा।
बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेंद्र मालवीय भाजपा में शामिल हो गए तो अब पार्टी नेतृत्व भारत आदिवासी पार्टी (बाप) से समझौता करना चाहता है। यह सीट बाप को देने को तैयार है, लेकिन बाप दो सीट मांग रहा है। बाप और कांग्रेस नेतृत्व के बीच बातचीत जारी है।