संसद के पन्नों से: जब राष्ट्रपति और पीएम आवास में घंटों नहीं रही बिजली, मच गया था हंगामा; लोकसभा में उठे थे ये सवाल
Lok Sabha Election 2024 19 जुलाई 1984 को देश में एक बड़ी घटना हुई। दरअसल इस दिन दिल्ली हरियाणा राजस्थान और उत्तर प्रदेश में बिजली घंटों ठप रही। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आवास तक में घंटों बिजली नहीं रही। आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ था। यह मुद्दा लोकसभा में उठा। 26 जुलाई 1984 को सांसदों ने इस मामले में तत्कालीन सरकार को जमकर घेरा।
अमित पोपली, झज्जर l यूं तो बिजली जाना कोई बड़ी बात नहीं, लेकिन अगर एक साथ देश की राजधानी दिल्ली सहित उत्तरी राज्यों में हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में विद्युत व्यवस्था घंटों तक पूर्णत: ठप हो जाए, तो यह जरूर बड़ी बात है। आजाद होने के बाद देश में पहली दफा ऐसा हुआ 19 जुलाई, 1984 को। जब राष्ट्रपति आवास, प्रधानमंत्री आवास सहित दिल्ली के बड़े-बड़े अस्पतालों को आधी रात तक बिजली के लौटने का इंतजार करना पड़ा।
सांसदों ने सरकार को जमकर घेरा था
दशकों पुरानी घटना से जुड़ा मुद्दा उठा 26 जुलाई, 1984 को। लोकसभा में एक के बाद एक सांसदों ने सरकार को जमकर घेरा। आरोप लगाया कि घटना के पीछे आतंकवादी साजिश है। जिसे जनता से छिपाया जा रहा है।
पूछा- घटना के पीछे उग्रवादियों का हाथ था
अन्य सांसदों के साथ कुरुक्षेत्र से सांसद मनोहर लाल सैनी ने सवाल पूछा, क्या घटना के पीछे उग्रवादियों का हाथ था और अगर था तो इसका जवाब उसी तरह आना चाहिए था। ऐसी घटना हिन्दुस्तान में आज तक नहीं हुई।राष्ट्रपति और पीएम आवास से बिजली जाना मामूली बात नहीं
मनोहर लाल ने आगे कहा कि विदेश का उदाहरण मैं नहीं देना चाहता। विदेश में तो एक मिनट भी अगर बिजली चली जाए तो इतना सख्त कदम वहां की सरकारें उठाती हैं कि आइन्दा कभी किसी की ऐसी हिम्मत नहीं पड़ सकती। यहां आपके राष्ट्रपति भवन में बिजली चली जाए, पीएम हाउस में चली जाए, यह मामूली बात नहीं है।यह भी पढ़ें: ये हैं तीसरे चरण के करोड़पति प्रत्याशी, पत्नियों के पास भी कम नहीं संपत्ति; इनके पास खुद की कार नहीं
भविष्य में इन जगहों के लिए आप जेनरेटर से बिजली के जेनरेशन की व्यवस्था करने जा रहे हैं, लेकिन जो जनसाधारण हैं, जिनको पीने का पानी नहीं मिला, दिल्ली की बस्तियों के अंदर रात के एक बजे तक पानी नहीं मिल पाया, उनके लिए क्या व्यवस्था कर रहे हैं ?