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गजब मामला! एक ही मकान नंबर पर बने हैं 86 वोट.. घरवाले परेशान, जब यहां पहुंची जागरण की टीम तो..

Lok Sabha Election 2024 बठिंडा शहर में एक घर कुल 86 मतदाता हैं। दिलचस्प बात यह है कि जिस घर के पते पर इतने वोट बने हैं उसमें केवल चार लोग रहते हैं जबकि अन्य 82 वोट पता नहीं कैसे इस पते पर दर्ज कर दिए गए हैं। इन वोट को बने काफी समय हो गया है और परिवार ने कई बार प्रशासन को शिकायत भी दी है लेकिन

By Jagran News Edited By: Deepti Mishra Updated: Mon, 13 May 2024 11:28 AM (IST)
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Lok Sabha Chunav 2024: एक ही पते पर 86 वोट, क्‍या है मामला? प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
 साहिल गर्ग, बठिंडा। पंजाब के बठिंडा शहर में एक घर ऐसा भी है, जिसमें कुल 86 मतदाता हैं। दिलचस्प बात यह है कि जिस घर के पते पर इतने वोट बने हैं, उसमें केवल चार लोग रहते हैं, जबकि अन्य 82 वोट पता नहीं कैसे इस पते पर दर्ज कर दिए गए हैं। इन वोट को बने काफी समय हो गया है और परिवार ने कई बार प्रशासन को शिकायत भी दी है, लेकिन इसका अभी तक कोई हल नहीं निकला है। इस कारण जो लोग यहां रहते हैं, उन्हें परेशान होना पड़ता है।

बठिंडा की धोबियाना बस्ती के पास स्थित प्रीत नगर की गली नंबर 15/1 में मकान नंबर 22,856 है। वोट बनाते समय 23 वोट तो मकान नंबर 22,856 पर बना दिए गए। इसके बाद 22,856/1 से 22,856/13 लगाकर अन्य वोट बना दिए गए। अब लोकसभा चुनाव के लिए जारी हुई नई मतदाता सूची में ये वोट दर्ज हैं। इसके अलावा मकान नंबर 22,855 में भी 18 वोट हैं।

मकान में कितने लोग रहते हैं?

इतने वोट एक ही मकान के पते पर होने से यहां रहने वालों को परेशान होना पड़ता है। उनका कहना है कि हर बार चुनाव के समय उनके पते पर आकर पूछताछ की जाती है। अगर कोई बैंक से लोन लेता है या फिर अपराध करता है तो बैंक कर्मी व पुलिसकर्मी उनके घर आ जाते हैं। वे कई बार अधिकारियों को इसके समाधान के लिए शिकायत दे चुके हैं, लेकिन हल नहीं निकला। मामले की सच्चाई जानने के लिए दैनिक जागरण की टीम ने जब इलाके का दौरा किया तो वहां मकान नंबर 22,856 में केवल चार वोटर मिले।

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स्थानीय निकाय व विधानसभा चुनाव में भी उठा था मामला

एक ही घर के पते पर इतने वोट दर्ज होने का यह मामला पहले भी 2021 में नगर निगम व 2022 में विधानसभा चुनाव के समय उठ चुका है। इसके बावजूद इसका हल न होना प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। जिन लोगों के ये वोट बने हैं, उनमें से बहुत से लोग यहां पर रहते भी नहीं हैं।

यह गंभीर मामला प्रशासन के ध्यान में है। इसे लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके समाधान के लिए कोशिश की जा रही है।

- इनायत, एसडीएम कम सहायक रिटर्निंग अधिकारी (बठिंडा शहरी)

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