'हमारी बातों का जवाब क्यों नहीं देते', दिग्विजय सिंह ने EVM को लेकर फिर लगाए आयोग पर गंभीर आरोप; पूछे ये सवाल
Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर ईवीएम चर्चा में है। ईवीएम को लेकर लगातार सवाल उठाने वाले दिग्विजय सिंह ने फिर यह मुद्दा छेड़ा है इस बार उन्होंने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाया कि आयोग उनके सवालों का जवाब नहीं दे रहा है और न ही मिलने का समय दे रहा है। उन्होंने ईवीएम को लेकर तीन सवाल भी आयोग से पूछे हैं।
एएनआई, राजगढ़। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। उन्होंने इस बार चुनाव आयोग को लेकर भी शिकायत के लहजे में कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर आयोग के पास गए थे, लेकिन आयोग ने न तो जवाब दिया और न ही उन्हें मिलने का समय दिया।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ईवीएम पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं। दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस बार लोकसभा चुनाव में राजगढ़ सीट से चुनाव लड़ रहे दिग्विजय अपने चुनावी अभियान के दौरान भी ईवीएम को लेकर लगातार मुखर रहे हैं। उनका आरोप है कि ईवीएम एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है और इसमें गड़बड़ी की जा सकती है।
संसद के अंदर और बाहर उठाया मुद्दा
गुरुवार को उन्होंने राजगढ़ में समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव आयोग से शिकायत है, आयोग इस मुद्दे पर जवाब नहीं देता है और न ही मिलने का समय दे रहा है। दिग्विजय ने कहा कि उन्होंने संसद में और बाहर सभी जगह पर ईवीएम का मुद्दा उठाया है।
दिग्विजय ने कहा कि ईवीएम को लेकर उनके तीन बुनियादी सवाल हैं कि क्या यह (ईवीएम) एक स्टैंड-अलोन मशीन है? क्या वीवीपैट में इंटरनेट के साथ कोई कनेक्टिविटी है? वीवीपैट में कौन सा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है? उन्होंने आयोग से सवाल पूछते हुए कहा कि वे इन सवालों का जवाब क्यों नहीं देते, वे अपने काम में पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रहे हैं।
#WATCH राजगढ़, मध्य प्रदेश: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "चुनाव आयोग से मेरी शिकायत है कि वे हमारी किसी बात का उत्तर नहीं देते, हमें मिलते नहीं है... मेरे तीन आधारभूत सवाल हैं... VVPAT में आपने(चुनाव आयोग) जो सॉफ्टवेयर डाला है, हम जानना चाहते हैं कि वो सॉफ्टवेयर क्या… pic.twitter.com/iyvH1OJoAx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 12, 2024
शेयर किया वीडियो
उन्होंने शुक्रवार को अपने 'एक्स' हैंडल से भी ईवीएम से जुड़ा एक वीडियो क्लिप शेयर किया और दावा किया गया कि ईवीएम इंटरनेट से जुड़ी थी, जिसमें ईसीआई सेंट्रल सर्वर से सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया गया और फिर वीवीपीएटी में इंस्टॉल किया गया। उन्होंने वीडियो क्लिप के साथ लिखा, "यह सिंबल लोडिंग यूनिट में सॉफ्टवेयर लोड करने का एक छोटा वीडियो है। यह इंटरनेट द्वारा चुनाव आयोग के सेंट्रल सर्वर से जुड़ रहा है और ईसीआई सेंट्रल सर्वर से सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर रहा है। यह सॉफ्टवेयर फिर वीवीपीएटी यूनिट में लोड किया जाता है। क्या मैं सही हूं?"
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400 लोगों को चुनाव लड़ाने का लक्ष्य
इसके अलावा दिग्विजय अपनी लोकसभा सीट में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए 400 लोगों का नामांकन दाखिल कराने की योजना कर काम कर रहे हैं। उन्होंने अपनी एक रैली में कहा था, "अगर आप चाहते हैं कि यहां बैलेट पेपर से चुनाव हो तो इसका एक तरीका है। अगर एक सीट से 400 उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं, तो बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाएगा। मैं इसके लिए तैयारी कर रहा हूं।"
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बता दें कि मध्य प्रदेश में राजगढ़, राजधानी भोपाल समेत सात सीटों पर तीसरे चरण में 7 मई को मतदान कराया जाएगा। इसके लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया आज यानी 12 अप्रैल से शुरू हो गई है, वहीं 19 अप्रैल तक नामांकन दाखिल करने का मौका है। इसके बाद नामांकन की जांच 20 अप्रैल को होगी एवं उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 22 अप्रैल होगी।