'कांग्रेस ने खो दी प्रासंगिकता, मिलेगी सौ फीसदी सीटें', एमपी में भाजपा की जीत पर पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का बड़ा दावा, पढ़ें इंटरव्यू
Lok Sabha Election 2024 मध्य प्रदेश के चुनावी रण में भाजपा-कांग्रेस दोनों का अभियान जारी है। दोनों दल के नेता जीत का दावा भी कर रहे हैं। इस बीच मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा से खास बातचीत की है जागरण नेटवर्क ने। उन्होंने सभी मुद्दों पर खुलकर बात की है और कई अहम बयान भी दिए हैं। पढ़ें पूरा इंटरव्यू-
भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। जहां भाजपा प्रदेश की सभी सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर चल रही है, वहीं पिछली दो बार से बड़ी हार का सामना कर रही कांग्रेस इस बार भाजपा को कड़ी चुनौती देने के लिए जोरो-शोरों से अपने अभियान में लगी है।
इस बीच मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा से खास बातचीत की है जागरण ने। उन्होंने भी भाजपा की जीत का बड़ा दावा करते हुए कहा कि इस बार प्रदेश में 29वां खाता भी खुलने वाला है। पढ़ें पूरी बातचीत-
सवाल- दूसरे दलों से कई नेता भाजपा में आ रहे हैं। चुनाव बाद सभी को साथ लेकर चलने में क्या चुनौती आएगी?
जवाब : आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक गुरुजी कहा करते थे कि आज का विरोधी कल का समर्थक है। कांग्रेस राम विरोधी हो गई और उनके कार्यकर्ता रामभक्त। कार्यकर्ताओं के मन में आ रहा है कि जो राम का नहीं, वह कार्यकर्ताओं के किस काम का। जिस तरह भाजपा कार्यकर्ता काम करते हैं वैसे ही कांग्रेस से आने वाले भी करेंगे।
सवाल - चौतरफा यह आरोप क्यों लग रहे हैं कि जांच एजेंसियों और अन्य भय के चलते दूसरे दलों के नेता भाजपा में आ रहे हैं?
जवाब : जो भी भाजपा में आए हैं, उनमें किसी का केस वापस हुआ है क्या? अभी तो वह आरोपित हैं, आरोप सिद्ध कहां हुआ। ऐसे में यह कहना कि भाजपा अपराधियों को पार्टी में ला रही है, सही नहीं है। भाजपा के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी हिंदू महासभा में थे। इसके बाद उन्होंने गुरुजी से कहा कि हमें नया संगठन बनाना है तो जनसंघ का निर्माण हुआ। पार्टी तो सभी को प्लेटफार्म देती है, इसलिए जो आ रहे हैं, उनका हमारे यहां बहुत अच्छे से समायोजन हो रहा है।
सवाल - पार्टी में कई वरिष्ठ नेता खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं। ऐसा क्यों?जवाब: राजनीति में स्वयं को सदैव जीवित रखना होता है। काम करने का स्वभाव होना चाहिए। हम तो बल्ब हैं, पार्टी बटन दबाए तो जल जाएंगे, नहीं तो अंधेरे में रहेंगे। पार्टी सिर्फ पद, विधायक, सांसद का नाम नहीं। पार्टी में किसी भी माध्यम से सेवा कर सकते हैं, मात्र पद से नहीं। यह काम तो पार्टी का है कि वह बताए किसे क्या काम करना है। यह पार्टी को विचार करना है।
सवाल - इस लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश में कितनी सीट जीत सकती है?जवाब : 28 तक पहुंच गए। कमल नाथ जी रो रहे हैं। 29वां खाता भी खुलने वाला है। देश में मोदी मानसिकता का ज्वार आया हुआ है, जिसमें कांग्रेस को कोई स्थान नहीं मिल रहा है। कहते हैं 'आईएनडीआईए' बना लेंगे। दरअसल, कांग्रेस अपनी प्रासंगिकता खोती जा रही है। कांग्रेस शिथिलता के दुखद दौर में चल रही है। कांग्रेसी विपक्ष की भूमिका भी नहीं जानते और सत्ता के मद से अभी हटे नहीं हैं। वे कहते हैं कि हिंदू और हिंदुत्व क्या होता है। उनका अपशगुन तो तब शुरू हो गया था, जब उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण ठुकराया था।
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सवाल - प्रधानमंत्री और भाजपा ने इस बार 400 पार का नारा दिया है। कांग्रेस सहित अन्य दलों का कहना है कि पार्टी संविधान में मनमाफिक बदलाव करेगी?जवाब- आपातकाल लगाकर 1975 में संविधान को कुचलने वाली कांग्रेस को यह डर सताने का मतलब वह अपने जैसे ही भाजपा को समझने लगी है। संविधान के एक-एक शब्द का अनुपालन कर रही है तो वह नरेन्द्र मोदी की सरकार है। ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: 'चेक कर रहे थे...', जब मौके पर पहुंची चुनाव आयोग की टीम को मिला ये जवाब, अफसरों ने दी चेतावनी
सवाल - इलेक्टोरल बांड के माध्यम से भाजपा को मिली राशि को लेकर कांग्रेस प्रश्न उठा रही है? जवाब - क्या बांड में कांग्रेस को पैसा नहीं मिला है। यह तो पारदर्शिता के लिए है। इसमें भी संशोधन की बात सरकार ने की है। कोर्ट के कहने पर एसबीआइ ने पूरा हिसाब दे दिया। यदि पूछा जाए कि यूपीए की सरकार में कांग्रेस को कितना पैसा मिला तो इसका उत्तर कांग्रेस दे सकती है क्या? पारदर्शिता को हमेशा मान्य करना चाहिए।ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: वोट का ‘योग’, मतदाताओं को साधने के लिए प्रत्याशियों ने ढूंढ़ा यह नया तरीका
सवाल - प्रधानमंत्री और भाजपा ने इस बार 400 पार का नारा दिया है। कांग्रेस सहित अन्य दलों का कहना है कि पार्टी संविधान में मनमाफिक बदलाव करेगी?जवाब- आपातकाल लगाकर 1975 में संविधान को कुचलने वाली कांग्रेस को यह डर सताने का मतलब वह अपने जैसे ही भाजपा को समझने लगी है। संविधान के एक-एक शब्द का अनुपालन कर रही है तो वह नरेन्द्र मोदी की सरकार है। ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: 'चेक कर रहे थे...', जब मौके पर पहुंची चुनाव आयोग की टीम को मिला ये जवाब, अफसरों ने दी चेतावनी
सवाल - इलेक्टोरल बांड के माध्यम से भाजपा को मिली राशि को लेकर कांग्रेस प्रश्न उठा रही है? जवाब - क्या बांड में कांग्रेस को पैसा नहीं मिला है। यह तो पारदर्शिता के लिए है। इसमें भी संशोधन की बात सरकार ने की है। कोर्ट के कहने पर एसबीआइ ने पूरा हिसाब दे दिया। यदि पूछा जाए कि यूपीए की सरकार में कांग्रेस को कितना पैसा मिला तो इसका उत्तर कांग्रेस दे सकती है क्या? पारदर्शिता को हमेशा मान्य करना चाहिए।ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: वोट का ‘योग’, मतदाताओं को साधने के लिए प्रत्याशियों ने ढूंढ़ा यह नया तरीका