उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की धर्मपत्नी व कन्नौज से लगातार दो बार समाजवादी पार्टी की सांसद रहीं डिंपल यादव इस बार मैनपुरी से लोकसभा की प्रत्याशी हैं। वह कम बोलती हैं, लेकिन महिला मुद्दों को लेकर काफी मुखर रहती हैं। उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का समर्थन किया था, लेकिन उनका कहना था कि इसमें एससी,एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए भी आरक्षण होना चाहिए।
बीते दिनों उन्होंने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा कि भाजपा सरकार में महिलाओं के लिए कोई न्याय नहीं है। वह कहती हैं महिलाओं के आगे बढ़ने में अभी कई बाधाएं हैं। हमारी सरकार ने महिलाओं के लिए कई सुविधाएं शुरू की थीं। हमने नारी शक्ति को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा कार्य किया है।
बंगाल में नारी का है बहुत सम्मान : महुआ मोइत्रा
बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से तृण मूल कांग्रेस की प्रत्याशी
महुआ मोइत्रा बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विश्वासपात्र मानी जाती हैं। वह कहती हैं कि लोग मुझे संसद में अपनी आवाज उठाने के लिए अवश्य भेजेंगे। उनका कहना है कि भाजपा नारी शक्ति वंदन की बात करती है, लेकिन लोकसभा के चुनावों में नारी वंदन का क्या हुआ? महिलाओं को कम सीटें क्यों दी गई हैं?
महुआ मोइत्रा ने कहा कि बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने नारी सशक्तीकरण के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने कहा, "ममता दीदी ने महिलाओं का हमेशा से विशेष रूप से ध्यान रखा है। राज्य में महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम करने पर काफी काम हुआ है। बंगाल में हर कोई विशेषकर महिलाएं सिर ऊंचा करके सम्मान से रहती हैं। भाजपा अक्सर मनगढ़ंत आरोप लगाती रहती है।"
महिलाओं को मिले समानता का अधिकार: नवनीत राणा
फिल्मों और माडलिंग से करियर शुरू करने वाली
नवनीत राणा एक तेज-तर्रार सांसद के रूप में पहचान रखती हैं। जब वह वर्ष 2019 में महाराष्ट्र की अमरावती सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर संसद में पहुंचीं तो एक दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनसे पूछा था कि प्रबल मोदी लहर में भी आप निर्दलीय कैसे चुनकर आ गईं?
उन्होंने वह लोकसभा चुनाव तब की अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस के समर्थन से लड़ा था, लेकिन संसद में पहुंचने के कुछ ही दिनों बाद से ही उनका झुकाव भाजपा की ओर नजर आने लगा था। संभवतः इसी का परिणाम है कि हिंदुत्व की मुखर समर्थक नवनीत राणा को इस बार लोकसभा चुनाव का टिकट भारतीय जनता पार्टी से मिल चुका है। यदि नवनीत यह चुनाव जीतती हैं तो भाजपा को लोकसभा में एक और तेजतर्रार वक्ता मिल जाएगा।
हालांकि नवनीत राणा भाजपा में शामिल हुए बगैर भी लोकसभा में भाजपा के ही सुर में बोलती रही हैं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के प्रति अपना समर्थन जताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि महिलाओं के साथ समानता का व्यवहार केवल लोगों के भाषणों में न हो, उन्हें वह अधिकार मिले भी। इसीलिए मैं नारी शक्ति वंदन विधेयक का समर्थन करती हूं और प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करती हूं।
नवनीत कहती हैं कि ज्यादातर राजनीतिक मंचों पर महिलाओं का इस्तेमाल तो किया गया, लेकिन उन्हें उनके अधिकार नहीं दिए गए। नवनीत राणा का यह दर्द इस बात से साबित भी होता है कि इस बार भी अमरावती सीट से उम्मीदवारी को लेकर कई पुरुष नेताओं की ओर से उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा है।
नारी शक्ति की भूमि है हमारा राज्य: लाकेट चटर्जी
बंगाल की हुगली लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी
लाकेट चटर्जी कहती हैं, प्रधानमंत्री ने नारी शक्ति को हमेशा प्राथमिकता दी है। नारी शक्ति के आगे आने से देश व समाज पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। नारी घर भी देखती है और बाहर का काम भी बखूबी संभालती है।
बंगाल में भाजपा का सशक्त नारी चेहरा लाकेट कहती हैं, "देश को विकसित राष्ट्र बनाने में नारी शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नारी शक्ति के बिना संपूर्ण विकास संभव नहीं है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नारी शक्ति तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने हर जगह नारी शक्ति को आगे बढ़ाया है। लाकेट कहती हैं, नारी का सम्मान बहुत जरूरी है। बंगाल नारी शक्ति की भूमि है। नारी से ही धरती पर जीवन आता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा नारी शक्ति का सम्मान किया है।"
अब अमेठी की बिटिया हूं: स्मृति इरानी
स्मृति इरानी ने टीवी के पर्दे पर अपनी गहरी छाप छोड़ने के बाद जब राजनीति का रुख किया तो यहां भी उनकी एक अलग पहचान स्थापित हुई। मुखर बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाली स्मृति का जन्म देश की राजधानी दिल्ली में ही हुआ था और उनकी पढ़ाई-लिखाई भी यहीं हुई। नारी शक्ति की प्रबल पक्षधर स्मृति ने वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।
वर्ष 2004 में उन्हें महाराष्ट्र य़ूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद उन्होंने कई पदों पर जिम्मेदारी संभाली। वर्ष 2010 में उन्हें भाजपा महिला मोर्चा की कमान सौंपी गई। वर्ष 2011 में वह गुजरात से राज्यसभा में पहुंची। वर्ष 2014 में राज्यसभा की सदस्य होने के नाते उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया।वर्ष 2019 में वह राहुल गांधी को पराजित कर इतिहास रचते हुए अमेठी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गईं और सरकार में केंद्रीय केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री बनीं। सांसद के रूप में लोकसभा में उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर दमदार तरीके से अपनी बात रखती और सरकार की रीतियों-नीतियों की प्रशंसा करती रहती हैं। स्मृति इरानी कहती हैं कि देश को विकसित राष्ट्र बनाने का जो सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देखा है, उसे वो पूरा कर भी रहे हैं।
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भगवान श्रीकृष्ण की गोपी हूं : हेमा मालिनी
उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से तीसरी बार प्रत्याशी बनीं अभिनेत्री
हेमा मालिनी लोकनाटिका दुर्गा में अनेक बार देवी दुर्गा के रूप में नजर आ चुकी हैं तो वहीं कृष्णलीला में भी सक्रियता से भाग लेती हैं। वह कहती हैं, "जब मैं मथुरा में कृष्णलीला में भाग लेती हूं तो मेरे अंदर एक दैवीय परिवर्तन नजर आता है और मैं स्वयं को भगवान की गोपी मानती हूं।" उन्होंने मुंबई की चकाचौंध को छोड़कर मथुरा को अपनी नई कर्मभूमि बना लिया है।हेमा मालिनी का कहना है, "मैं भगवान श्रीकृष्ण की परमभक्त हूं। यही कारण है कि जब मुझे राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाने का अवसर मिला तो मैंने श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा को चुना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति हर दिशा में आगे बढ़ी है। पहले व आज के समय में काफी अंतर आया है। प्रधानमंत्री का नेतृत्व नारी शक्ति को एक बड़ी दिशा दे रहा है। यदि नारी शक्ति आगे बढ़ती है तो इसका देश और समाज पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। बस इसके लिए हर क्षेत्र में महिलाओं को भाग लेना जरूरी है। नारी जब आगे बढ़ेगी तो जाहिर है कि देश और समाज पर इसका असर पड़ेगा।" कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां नारी का आगे आना बहुत जरूरी है। नारी शक्ति के आगे बढ़ने से समाज पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।"नारी सम्मान की बात पर वह कहती हैं, "जिस घर में नारी का सम्मान नहीं होता, वह घर सुखी नहीं होता है। इसी तरह जिस देश में नारी का सम्मान नहीं, वह देश सुखी नहीं हो सकता है। इसलिए नारी का सम्मान बेहद जरूरी है। देश को विकसित राष्ट्र बनाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को पूरा करने में नारी शक्ति खुलकर साथ दे रही है। चाहे वो अंतरिक्ष अभियान में महिलाओं का आगे आना हो या सेना में बढ़-चढ़कर भागीदारी करना। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आकर अपना दमखम दिखा रही हैं। वे देश की रक्षा के लिए सेना में शामिल होकर दुर्गम स्थलों पर दुश्मन देशों से देश की रक्षा कर रही हैं। राजनीति में भी महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम किया गया है। इसका आने वाले समय में और अच्छा परिणाम मिलेगा।"
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औरतें आगे बढ़ती हैं तो विकास होता है : मेनका गांधी
लोकसभा चुनाव के रण में बिगुल बजा रहीं सुलतानपुर से सांसद प्रत्याशी
मेनका गांधी कहती हैं, "एक ओर देश में चुनावी महापर्व की तैयारी जोर-शोर से चल रही है तो दूसरी ओर जल्द ही शुरू होने वाले हैं नारी शक्ति के प्रतीक नवरात्र। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नारी शक्ति लगातार आगे बढ़ रही है और आत्मनिर्भर बनने के साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित कर रही है। ड्रोन दीदी, लखपति दीदी, विद्युत सखी और बीसी सखी जैसी योजनाएं महिलाओं को सक्षम बनाने काफी मददगार साबित हो रही हैं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम से राजनीति में महिलाओं की भागीदारी धीरे-धीरे अवश्य बढ़ेगी। जब नारी शक्ति आगे बढ़ती है तो बच्चों की शिक्षा, घर-परिवार के अलावा समाज और देश का विकास भी होता है। इससे पूरे समाज का ढांचा सकारात्मक रूप से बदल जाता है। महिलाओं की शिक्षा भी इसमें बहुत मददगार होती है।"उन्होंने आगे कहा, "समाज की बेहतरी के लिए नारी सम्मान बहुत जरूरी है। इसके साथ ही उनकी सुरक्षा और समृद्धि भी आवश्यक है। सरकार की रोजगारपरक योजनाएं और आवास के जरिए महिलाओं की स्थिति में काफी बदलाव आया है। इसके साथ ही अपराध पर नियंत्रण और बेहतर कानून-व्यवस्था से महिलाएं खुलकर अपना काम कर पा रही हैं। राजनीति, शिक्षा, विज्ञान और रोजगार के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर नारी शक्ति देश को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को पूरा करने में प्रमुख भूमिका निभा रही है। बेटियों की शिक्षा की बात हो या रोजगार या फिर स्वरोजगार, इस दिशा में काफी कार्य हुए हैं।"
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