Lok Sabha Election 2024: क्या दिल्ली में अब विकास मुद्दा नहीं? केजरीवाल की गिरफ्तारी को हथियार बना रही AAP
Delhi Lok Sabha Election 2024 दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी विकास के मुद्दे के साथ जनता के बीच जाने की रणनीति बनाई थी। हालांकि केजरीवाल की गिरफ्तारी से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के बाद अब पार्टी ने विकास छोड़ इसे ही मुद्दा बनाने का फैसला किया है। इससे आप सहानुभूति से भी वोट बटोरने का प्रयास कर रही है।
वी के शुक्ला, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को मुद्दा बनाकर चुनाव मैदान में उतरी आप अब इसे धार देने में जुट गई है। पार्टी की रणनीति के तहत अब आप के छोटे बड़े सभी नेता अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को केंद्र में रखकर ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं, ताकि मतदाताओं की सहानुभूति हासिल कर चुनाव में फायदा उठाया जा सके।
खास बात यह है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के सामने अन्य मुद्दों को पार्टी अब दरकिनार करती दिखाई दे रही है। दिल्ली के मतदाता पिछले दस साल से लोकसभा चुनाव में जहां भाजपा प्रत्याशियों को जीत का सेहरा पहना रहे हैं। वहीं विधानसभा चुनाव में आप को जनाधार मिल रहा है। आप ने 2015 में 70 में से 67 सीटें जीतीं और 2020 में 62 सीटें जीतीं।
विकास का मुद्दा उठाने की थी रणनीति
इसमें सें राजकुमार आनंद द्वारा इस्तीफा दे देने के बाद भी आप के पास अभी 61 सीटें हैं। सूत्रों के मुताबिक आप की रणनीति दिल्ली के विकास कार्यों के आधार पर जनता के बीच जाने की थी। आप के सामने सबसे बड़ा मुद्दा यही था कि जब दिल्ली के मतदाता विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की पार्टी को वोट देते हैं तो लोकसभा चुनाव में क्यों नहीं देते हैं।मतदाताओं की नब्ज टटोलने के लिए मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर बात करनी शुरू की थी और उनकी योजना दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर स्वयं प्रचार करने की थी। ताकि, लोकसभा चुनाव में चुनावी जीत का इंतजार खत्म हो सके। लेकिन, इससे पहले ही ईडी ने आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लान्ड्रिंग मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पार्टी ने रणनीति बदल दी है।
सहानुभूति से वोट बटोरने का प्रयास
अब आप के सभी नेता केजरीवाल की गिरफ्तारी के मुद्दे को उठा रहे हैं। दरअसल पार्टी अब मतदाताओं को यह संदेश देना चाहती है कि मुफ्त बिजली- पानी और महिलाओं कों बसों मे यात्रा कराने वाले केजरीवाल को साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। ताकि, मतदाताओं की सहानुभूति केजरीवाल को मिले और पार्टी के पक्ष में झुग्गी-झोपड़ी के लोग एकजुट हो जाएं।तानाशाही का राज: सुनीता केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा है कि देश तानाशाही की ओर जा रहा है, लोकतंत्र खत्म हो जाएगा। इसलिए देश को बचाना होगा। वह रविवार को देवली विधानसभा में अपने रोड शो के दौरान बोल रही थीं। सुनीता केजरीवाल ने रोड शो में शामिल गठबंधन कार्यकर्ताओं से कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की हर महिला को एक हजार रुपये देने की घोषणा की है। इसीलिए उन्हें जेल में डाल दिया गया।
सुनीता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग चाहें कुछ भी कर लें, लेकिन अरविंद केजरीवाल शेर हैं। उन्हें न तो कोई तोड़ सकता और न ही कोई झुका सकता। केजरीवाल को जबरदस्ती जेल में डाला गया है। अभी तक किसी कोर्ट ने उनको दोषी नहीं माना है। कहा जा रहा है कि जांच चल रही है। यह जांच 10 साल चलेगी तो क्या केजरीवाल 10 साल तक जेल में रहेंगे।ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2204: क्या हैं कांग्रेस और आप की वे मुश्किलें, जिनसे दिल्ली में मजबूत दिख रहा भाजपा का किला?
रोड शो महरौली-बदरपुर रोड से तिगड़ी मुख्य मार्ग होते हुए देवली एक्सटेंशन तक निकाला गया। इस दौरान दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से गठबंधन प्रत्याशी सहीराम पहलवान भी शामिल रहे। सुनीता अरविंद केजरीवाल की जेल में इंसुलिन बंद कर दी गई थी। उनका शुगर 300 से ऊपर चला गया। ऐसे तो उनकी किडनी, लिवर सब खराब हो जाता। कोर्ट की अनुमति के बाद उन्हें इंसुलिन दी गई। उन्होंने कहा कि आज इनकी (भाजपा) तानाशाही चरम सीमा पर पहुंच चुकी है।