Chunavi किस्सा: जब भारत के पीएम ने लिया कार के लिए लोन; परिवार को कर्जमाफी का प्रस्ताव मिला, लेकिन पत्नी ने...
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है। अब 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान है। इस बीच चुनावी किस्सों की सीरीज में हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसे प्रधानमंत्री से जुड़ा किस्सा जिन्होंने पीएम पद पर रहते हुए कार के लिए पंजाब नेशनल बैंक से लोन लिया। उनके निधन के बाद जब परिवार को कर्जमाफी का प्रस्ताव मिला तो उनकी पत्नी ने ...
चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री साधारण जीवन जीने वाले शख्स थे। जब वह पीएम बने तो उनके पास कोई कार नहीं थी।
फिर हुआ यूं कि परिवार ने कार खरीदने के लिए दबाव डाला तो उन्होंने एक कार खरीदी, लेकिन ये कार उन्होंने बैंक से लोन लेकर ली। शायद वह पहले प्रधानमंत्री भी रहे होंगे, जिन्होंने कार्यकाल के दौरान लोन लिया। उस वक्त उनकी कार 12 हजार रुपये की थी।
उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह कार के लिए पूरी रकम चुका पाते तो कार के लिए लोन लेने बैंक गए। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक से लोन लिया। पांच हजार रुपये का लोन लेते समय शास्त्रीजी ने बैंक के कर्मचारियों से कहा कि जो सुविधा उन्हें मिल रही है, वही आम नागरिक को भी मिलनी चाहिए। हालांकि, शास्त्रीजी कार का लोन चुका पाते उससे एक साल पहले ही उनका निधन हो गया।
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लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद प्रधानमंत्री बनी इंदिरा गांधी ने लोन माफ करने की पेशकश की, लेकिन शास्त्रीजी की पत्नी ललिता शास्त्री नहीं मानीं। शास्त्रीजी की मौत के चार साल बाद तक कार की मासिक किस्त देती रहीं। उन्होंने कार लोन का पूरा भुगतान किया।